Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Feb, 2021 07:08 AM
गुप्त नवरात्रियों का महत्व चैत्र और शारदीय नवरात्रियों से भी अधिक है क्योंकि इनमें देवी अपने पूर्ण स्वरूप में विद्यमान रहती हैं। जो प्रकट रूप में नहीं होता है। गुप्त नवरात्रियों में देवी शीघ्र प्रसन्न होती है लेकिन
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Gupt Navratri 2021: गुप्त नवरात्रियों का महत्व चैत्र और शारदीय नवरात्रियों से भी अधिक है क्योंकि इनमें देवी अपने पूर्ण स्वरूप में विद्यमान रहती हैं। जो प्रकट रूप में नहीं होता है। गुप्त नवरात्रियों में देवी शीघ्र प्रसन्न होती है लेकिन इसमें सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण बात यह है कि साधकों को पूर्ण संयम और शुद्धता से देवी आराधना करनी होती है।
Gupt Navratri : गुप्त नवरात्रि आमतौर पर उत्तरी भारत जैसे हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और इनके आसपास के प्रदेशों में बड़े पैमाने पर मनाए जाते हैं।
Gupt Navratri 2021 Puja : गुप्त नवरात्रि की पूजा के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों के साथ-साथ दस महाविद्यियाओं की भी पूजा का विशेष महत्व है। ये दस महाविद्याएं मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगुलामुखी, मातंगी और कमला देवी हैं। इस दौरान मां की आराधना गुप्त रुप से की जाती है।
Gupt Navratri Date: इस साल माघ गुप्त नवरात्रि 12 फरवरी 2021 शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के साथ ही तांत्रिक 10 महाविद्याओं को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि मुख्य रूप से साधुओं, तांत्रिकों द्वारा मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व तंत्र साधना के लिए मनाया जाता है। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा को जितना गुप्त रखा जाता है, फल उतना ही ज्यादा मिलता है। जो साधक तंत्र-मंत्र की सिद्धियां प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए गुप्त नवरात्रि के दिन बेहद खास होते हैं। इनमें वे साधक गुप्त स्थान पर रहते हुए देवी के विभिन्न स्वरूपों के साथ दस महाविद्याओं की साधना में लीन रहते हैं।
Gupt Navratri Mantra: गुप्त नवरात्रि के दौरान तांत्रिक और अघोरी मां दुर्गा की आधी रात में पूजा करते हैं। मां दुर्गा की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित कर लाल रंग का सिंदूर और सुनहरे गोटे वाली चुनरी अर्पित की जाती है। इसके बाद मां के चरणों में पानी वाला नारियल, केले, सेब, खील, बताशे और श्रृंगार का सामान अर्पित किया जाता है। मां दुर्गा को लाल पुष्प चढ़ाना शुभ माना जाता है। सरसों के तेल से दीपक जलाकर 'ॐ दुं दुर्गायै नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए।
When is Magha Gupta Navratri 2021: 12 फरवरी 2021 दिन शुक्रवार को नवरात्रि शुरू होगी और 21 फरवरी 2021 दिन रविवार को नवरात्रि समाप्त होगी।
2021 Magha Gupta Navratri Calendar : इस वर्ष 2021 में गुप्त नवरात्री 9 नहीं बल्कि 10 दिन तक मनाई जाएगी । 12 फरवरी प्रतिपदा मां शैलपुत्री, घटस्थापना।
13 फरवरी मां ब्रह्मचारिणी देवी पूजा।
14 फरवरी मां चंद्रघंटा देवी पूजा।
15 फरवरी मां कुष्मांडा देवी पूजा।
16 फरवरी तिथि मां स्कंदमाता देवी पूजा।
17 एवं 18 फरवरी षष्ठी तिथि मां कात्यानी देवी पूजा।
19 फरवरी सप्तमी तिथि मां कालरात्रि देवी पूजा।
20 फरवरी अष्टमी तिथि मां महागौरी, दुर्गा अष्टमी।
21 फरवरी नवमी मां सिद्धिदात्री, व्रत पारण
गुरमीत बेदी
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