Edited By Sarita Thapa,Updated: 18 Dec, 2025 10:12 AM

प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित होने वाला माघ मेला 2026 इस बार न केवल श्रद्धा और भक्ति, बल्कि आधुनिक तकनीक का भी एक अनूठा संगम बनेगा।
Magh Mela 2026 Smart Power Management : प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित होने वाला माघ मेला 2026 इस बार न केवल श्रद्धा और भक्ति, बल्कि आधुनिक तकनीक का भी एक अनूठा संगम बनेगा। प्रशासन इस बार मेले को पूरी तरह हाईटेक बनाने की तैयारी में है, ताकि यहां आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बिजली से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। इस बार की बिजली व्यवस्था में दो बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। स्कैन टू फिक्स तकनीक और सोलर एनर्जी का व्यापक उपयोग।
स्कैन टू फिक्स तकनीक: बिजली की समस्या का डिजिटल समाधान
मेला क्षेत्र में बिजली गुल होने या खंभे में खराबी आने पर अब लंबी शिकायतों का इंतज़ार नहीं करना होगा। मेले के हर बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर पर एक विशिष्ट QR कोड लगाया जाएगा। यदि कोई खराबी आती है, तो श्रद्धालु या कर्मचारी उस कोड को अपने मोबाइल से स्कैन कर सकेंगे। स्कैन करते ही खराबी की लोकेशन और जानकारी सीधे कंट्रोल रूम और संबंधित इंजीनियर के पास पहुंच जाएगी, जिससे समस्या को रिकॉर्ड समय में ठीक किया जा सकेगा।
सोलर लाइट से जगमगाएगा संगम तट
पर्यावरण संरक्षण और 'ग्रीन कुंभ-स्वच्छ कुंभ' की दिशा में कदम बढ़ाते हुए, संगम तट और मेला क्षेत्र के प्रमुख मार्गों को सोलर लाइटों से रोशन किया जाएगा। इससे बिजली की खपत कम होगी और मेला क्षेत्र में कार्बन फुटप्रिंट में कमी आएगी। रात के समय संगम की रेती पर दूधिया रोशनी का अद्भुत नज़ारा देखने को मिलेगा, जो श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी दिव्य बना देगा।
श्रद्धालुओं के लिए क्या बदलेगा?
तकनीक की मदद से खराबी का तुरंत पता चलने के कारण बिजली कटौती का समय न्यूनतम हो जाएगा। चकाचौंध रोशनी और हाईटेक निगरानी से सुरक्षा व्यवस्था और भी पुख्ता होगी। मेला क्षेत्र में घूमने वाले कल्पवासियों और पर्यटकों को डिजिटल इंडिया की झलक देखने को मिलेगी।
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