Edited By Sarita Thapa,Updated: 13 Dec, 2025 10:37 AM

अक्सर देखा जाता है कि कई विद्यार्थियों को पढ़ने बैठते ही एकाग्रता की कमी महसूस होने लगती है या उनका मन पढ़ाई से भटकने लगता है।
Mantra for Study: अक्सर देखा जाता है कि कई विद्यार्थियों को पढ़ने बैठते ही एकाग्रता की कमी महसूस होने लगती है या उनका मन पढ़ाई से भटकने लगता है। हिंदू धर्म और ज्योतिष में कुछ ऐसे सरल और शक्तिशाली मंत्र बताए गए हैं, जिनका नियमित जाप करने से न केवल स्मरण शक्ति बढ़ती है, बल्कि मन भी शांत होकर अध्ययन में लगता है। ये मंत्र विद्यार्थियों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं हैं, क्योंकि ये सीधे बुद्धि और ज्ञान की देवी-देवताओं से जुड़े हुए हैं। तो आइए जानते हैं कि विद्यार्थियों को पढ़ने बैठते वक्त कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए।
देवी सरस्वती का मंत्र
मंत्र: ॐ सरस्वत्यै नमः
देवी सरस्वती को विद्या और कला की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। पढ़ाई शुरू करने से पहले इस मंत्र का जाप करने से मन शांत होता है और विषय को समझने में आसानी होती है। सुबह स्नान के बाद या पढ़ाई शुरू करने से पहले, पांच या सात बार शांत मन से इस मंत्र का जाप करें।

गणपति जी का मंत्र
मंत्र: ॐ गं गणपतये नमः
भगवान गणेश को बुद्धि और शुभता का देवता माना जाता है। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणेश जी का स्मरण करने से आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं। पढ़ाई शुरू करने से ठीक पहले इस मंत्र का 11 बार जाप करने से मन की चंचलता कम होती है और एकाग्रता बढ़ती है।
गायत्री मंत्र
मंत्र: ॐ भूर् भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
गायत्री मंत्र को वेदों का सार माना जाता है और यह बुद्धि को तीव्र करने के लिए सबसे शक्तिशाली मंत्र है। सुबह के समय, खासकर सूर्योदय के समय, शांत बैठकर इस मंत्र का 108 बार जाप करना मेधा शक्ति को बढ़ाता है।
