Edited By Prachi Sharma,Updated: 05 Feb, 2024 08:03 AM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को देश के कलाकारों से एकजुट होने और समाज के कल्याण में कला की भूमिका को समझकर
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बेंगलुरु (प.स.): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को देश के कलाकारों से एकजुट होने और समाज के कल्याण में कला की भूमिका को समझकर इसका उपयोग करने का आह्वान किया।
वह भारतीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाली आर.एस.एस. से जुड़ी संस्था ‘संस्कार भारती’ द्वारा यहां ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ आश्रम में आयोजित अखिल भारतीय कलासाधक संगम के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “(कला का उद्देश्य) समाज में सुधार लाना, समाज को सौहार्दपूर्ण बनाना है। यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हमारा समाज अपना उदाहरण देकर पूरी दुनिया को जीवन की शिक्षा दे सके। कला जगत को एकजुट होकर इस दिशा में काम करना होगा” भागवत ने कहा कि फिलहाल ऐसा नहीं हो रहा है।
आर.एस.एस. प्रमुख के अनुसार कलाकार आज सामाजिक जीवन में कला की वास्तविक भूमिका को समझे बिना ही इसका उपयोग कर रहे हैं।