Edited By Jyoti,Updated: 14 Nov, 2019 03:16 PM
हिंदू धर्म में हर दिन का अपना महत्व बताया गया है। इसके अनुसार अगर दिन के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा की जाए तो दोगुना लाभ प्राप्त होता है।
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हिंदू धर्म में हर दिन का अपना महत्व बताया गया है। इसके अनुसार अगर दिन के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा की जाए तो दोगुना लाभ प्राप्त होता है। गुरुवार का दिन श्री हरि के साथ-साथ साईं बाबा को भी समर्पित हैं। माना जाता है इस दिन इनकी आराधना भी उतनी ही फलदायी मानी जाती है जितनी कि किसी और देवी-देवता की। अगर आप भी इनकी कृपा के पात्र बनता चाहते हैं तो आगे बताए जाने वाले इनकी पूजन-विधि के बाद की जाने वाले मंत्र साधना को अच्छे से पढ़ लें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साईं नाथ भगवान का पूजन करने के बाद नीचे बताई किसी भी एक मंत्र का जप अपनी इच्छा पूर्ति की भावना से एक हज़ार बार करें। इसके साथ ही अपनी क्षमता के अनुसार जप के बाद गरीबों की सेवा करें और जितना हो सके उन्हें दान करें।
गुरूवार के दिन मन में संकल्प लेकर पूरे दिन उपवास रखें, शाम के समय शिरडी या अन्य किसी भी साई मंदिर में जाकर एक 11 मुख वाला दीपक जलाकर साईं बाबा के सामने रख दें, और 3 बार श्री साई चालीसा का पाठ करें।
मान्यता है कि साई बाबा का व्रत एक बार शुरू करने के बाद लगातार 9 गुरुवार तक किया जाना चाहिए। अगर इसे बीच में छोड़ दिया जाए तो इसका फल नहीं मिल पाता।
इस दिन प्रातः उठकर स्नान आदि करके साईं बाबा की फोटो या मूर्ति की पूजा करें। ध्यान रखें कि फोटो के नीचे पीले रंग का वस्त्र बिछाकर पीले फूलों की माला चढाएं। तथा मूर्ति को शुद्ध चंदन का तिलक लगाएं।
फिर घी का दीपक जलाकर साई व्रत की कथा पढ़कर आगे बताए गए मंत्रों का 108 बार जप करें।
ॐ साईं राम।।
ॐ साईं गुरुवाय नम:।।
सबका मालिक एक है।।
ॐ साईं देवाय नम:।।
ॐ शिर्डी देवाय नम:।।
ॐ समाधिदेवाय नम:।।
ॐ सर्वदेवाय रूपाय नम:।।
ॐ मालिकाय नम:।।
अब इन्हें बेसन के लड्डू या फिर किसी भी शुद्ध मावे की मिठाई का भोग लगाएं और सभी लोगों में प्रसाद के रूप में बांट दें।