Edited By Sarita Thapa,Updated: 14 Dec, 2025 10:08 AM

पौष मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली सफला एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। जैसा कि इस पावन तिथि के नाम से ही स्पष्ट है, यह व्रत अपने भक्तों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, सौभाग्य और अभीष्ट फल प्रदान करता है।
Saphala Ekadashi Bhog: पौष मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली सफला एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। जैसा कि इस पावन तिथि के नाम से ही स्पष्ट है, यह व्रत अपने भक्तों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, सौभाग्य और अभीष्ट फल प्रदान करता है। वर्ष 2025 में यह शुभ तिथि 15 दिसंबर, सोमवार को पड़ रही है। सनातन मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता भगवान श्रीहरि विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। सफला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे अलौकिक सुख-शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन विष्णु जी को विशेष भोग लगाने से उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है। तो आइए जानते हैं कि सफला एकादशी के दिन विष्णु जी को कौन से भोग लगाने चाहिए।

श्रीहरि को लगाएं ये विशेष भोग
पंचामृत
यह भगवान विष्णु को अति प्रिय है। दूध, दही, घी, शहद और शक्कर को मिलाकर बने पंचामृत का भोग लगाने से जीवन में सुख-समृद्धि और मंगल की प्राप्ति होती है।
केले का भोग
भगवान विष्णु को फलों में केला विशेष रूप से प्रिय है। केले का भोग लगाने से घर में धन और ऐश्वर्य बना रहता है।

तिल के लड्डू या मिठाई
मान्यता है कि सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तिल अर्पित करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
पीली मिठाई
बेसन के लड्डू या अन्य पीली मिठाई का भोग शुभ माना जाता है, क्योंकि पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय रंग है और यह गुरु को मजबूत करता है।
तुलसी दल
भोग में तुलसी दल अवश्य शामिल करें। तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और यह किसी भी भोग को पूर्णता प्रदान करती है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ