Edited By Prachi Sharma,Updated: 11 Feb, 2024 08:23 AM
एक चिड़िया ने मधुमक्खी से पूछा, तुम इतनी मेहनत से शहद इकट्ठे करती हो और इंसान इसे चुरा ले जाता है, तुम्हें कोई दुख नहीं होता ? मधुमक्खी
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Smile please: एक चिड़िया ने मधुमक्खी से पूछा, तुम इतनी मेहनत से शहद इकट्ठे करती हो और इंसान इसे चुरा ले जाता है, तुम्हें कोई दुख नहीं होता ? मधुमक्खी ने कहा, वह मेरा शहद ही चुरा ले जाता है, मेरी शहद बनाने की कला नहीं ले जा सकता।
आपने ऐसी कोई नदी नहीं देखी होगी जो चट्टान से टकरा कर वापस रेगिस्तान से जा मिली हो। नदी आगे बढ़ कर बाधाओं को पार करती सागर में जा मिलती है। इसी तरह सीता माता की खोज में निकले हनुमान जी को मार्ग में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा पर वह लंका पहुंच गए थे।
सब माता-पिता चाहते हैं कि बच्चे सुखी रहें, खुश रहें। स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहे। हर कार्य में सफल हों। व्यवहार के साथ सोच-समझ अपने आप आ जाती है। हमेशा हर चीज परफैक्ट नहीं रहती। उतार-चढ़ाव होता रहता है हम आज भी अपनी कमजोरियों, आदतों, परिस्थितियों के गुलाम हैं। हम संसार बदलना चाहते हैं जबकि हमें पहले अपने आपको बदलना चाहिए। —बी.के. शिवानी