Edited By Sarita Thapa,Updated: 08 Sep, 2025 06:48 AM

Vishwakarma Puja: विश्वकर्मा पूजा एक विशेष त्योहार है जो कारीगरों, इंजीनियरों और निर्माण से जुड़े लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
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Vishwakarma Puja: विश्वकर्मा पूजा एक विशेष त्योहार है जो कारीगरों, इंजीनियरों और निर्माण से जुड़े लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर साल भाद्रपद मास में जब सूर्य सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में जाते हैं तो विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। इस बार विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को मनाई जाएगी। माना जाता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ विश्वकर्मा जी की पूजा करने कारोबार में मनचाही सफलता प्राप्त होती है। इस बार यह पूजा 100 साल बाद एक विशेष शुभ अवसर लेकर आई है, जब सौभाग्य के द्वार खुलने वाले हैं। तो आइए जानते हैं इस शुभ दिन के सही मुहूर्त और शुभ योग के बारे में-

Vishwakarma Puja Shubh Muhurat विश्वकर्मा पूजा शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक, 17 सितंबर को सुबह 08 बजकर 12 मिनट के बाद सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इस दौरान पूजा करने से विशेष लाभ होता है। साथ ही, इस समय किए गए मंत्र जाप और आराधना का प्रभाव अधिक माना जाता है। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 08 बजकर 15 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।

Vishwakarma Puja shubh yog विश्वकर्मा पूजा शुभ योग
इस वर्ष विश्वकर्मा पूजा पर एक अद्भुत और दुर्लभ संयोग बन रहा है। 100 सालों बाद इस दिन अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, गुरु पुष्य योग, शिवयोग और एकादशी का संयोग बन रहा है, जो पूजा के महत्व को और भी बढ़ा रहा है। माना जाता है कि ऐसे योग में किए गए कार्य शुभ फल देते हैं और जीवन में खुशहाली लाते हैं।
