World Book Fair 2023: बुक फेयर में देखें शहीद-ए-आजम की डायरी

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Mar, 2023 10:15 AM

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प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले के 50वें संस्करण की थीम आजादी का अमृत महोत्सव रखा गया है। यहां आपको आजादी के उन परवानों

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The statue is installed in Amrit Mahotsav Pavilion अमृत महोत्सव पवेलियन में लगी है मूर्ति
प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले के 50वें संस्करण की थीम आजादी का अमृत महोत्सव रखा गया है। यहां आपको आजादी के उन परवानों की दास्तां देखने को मिलेगी, जिन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इस पवेलियन में जो आपको सबसे अधिक आकर्षित करने वाली है, वो है शहीद-ए-आजम भगत सिंह की मूर्ति व उनकी जेल डायरी। जिसे उनके वंशजों द्वारा यहां पवेलियन में लगाया गया है और पूरे मान-सम्मान  के साथ रोजाना इन्हें सुबह लगाया व शाम को ले जाया जाता है। बता दें कि शहीद-ए-आजम की मूर्ति शहीद भगत सिंह ब्रिगेड द्वारा रोजाना पुस्तक मेले में सुबह के समय आती है। वहीं शाम होने के बाद ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं द्वारा मूर्ति को वापस ले जाया जाता है। ब्रिगेड का कहना है कि भगत सिंह हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं और मूर्ति हमारे लिए अनमोल है। यही नहीं ब्रिगेड द्वारा अपने वालंटियर्स भी इस मूर्ति की सुरक्षा के लिए यहां तैनात किए गए हैं। इसके अलावा ब्रिगेड के हेड व शहीद-ए-आजम भगत सिंह के वंशज यदुवेंद्र जेल में लिखी गई उनकी डायरी को रोजाना यहां लाते हैं और शोकेस करते हैं।

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Bhagat Singh in chains जंजीर में जकड़े भगत सिंह
युवाओं के लिए मेले में ये मूर्ति काफी आकर्षण का केंद्र बन गई है। दरअसल मूर्ति में भगत सिंह बैठे हुए हैं और उनके हाथ जंजीरों से बंधे हुए हैं। यानि आजादी के उनके संघर्ष व बलिदान को मूर्ति के माध्यम से दिखाया गया है। ये मेले के आकर्षण का केंद्र बिंदू हो गई है और यहां आने वाले हर वर्ग के लोग इसके साथ फोटो व सेल्फी ले रहे हैं।

Watch the story of freedom in the theme pavilion थीम पवेलियन में देखें आजादी की कहानी
आजादी का अमृत महोत्सव पवेलियन में आप थीम पर आधारित बेहतरीन किताबों के जरिए जहां आजादी के गुमनाम व प्रसिद्ध नायकों की कहानियों को जान सकते हैं। वहीं 1857 की क्रांति से लेकर 1947 तक की आजादी की दास्तां को आसानी से समझ सकते हैं। फोटो, मानचित्र, स्कैच, पुस्तकों के अंश के माध्यम से आजादी की कहानी को बयां किया गया है।

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