Edited By Mehak,Updated: 20 Dec, 2025 10:38 AM

मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता, लेखक और निर्माता श्रीनिवासन का 69 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने करीब चार से पांच दशकों तक दर्शकों का मनोरंजन किया और 225 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। अभिनय के साथ उन्होंने लेखन और निर्देशन में भी अपनी अलग...
बाॅलीवुड डेस्क : साउथ फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। मलयालम सिनेमा के जाने-माने अभिनेता, लेखक और निर्माता श्रीनिवासन का 69 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन से न सिर्फ मलयालम फिल्म जगत, बल्कि पूरे सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। फैंस और फिल्मी हस्तियां सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दे रही हैं।
करीब चार से पांच दशकों तक दर्शकों का मनोरंजन करने वाले श्रीनिवासन ने अपने करियर में 225 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। अपनी सादगी भरी एक्टिंग और मजबूत किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले श्रीनिवासन ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी।
केरल के कन्नूर जिले के थलस्सेरी के पास जन्मे श्रीनिवासन मलयालम सिनेमा का एक बड़ा नाम रहे हैं। उन्होंने सिर्फ अभिनय ही नहीं, बल्कि लेखन और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बनाई। अपने लंबे करियर में उन्होंने कई यादगार और क्लासिक फिल्मों में काम किया, जो आज भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय हैं।
श्रीनिवासन ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत निर्देशन से की थी। बाद में उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखा और अपनी काबिलियत से खुद को साबित किया। बतौर निर्देशक उनकी फिल्में ‘वडक्कुनोक्कियंथ्रम’ और ‘चिंताविष्टय्या श्यामला’ को काफी सराहना मिली। ‘वडक्कुनोक्कियंथ्रम’ को केरल राज्य सरकार का सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला था, जबकि ‘चिंताविष्टय्या श्यामला’ को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अभिनय और निर्देशन के अलावा श्रीनिवासन एक बेहतरीन लेखक भी थे। उन्होंने कई ऐसी फिल्में लिखीं, जो मलयालम सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में गिनी जाती हैं। इनमें ‘ओडारुथम्मव आलरियाम’, ‘सनमानसुल्लावरक्कु समाधानम’, ‘पट्टानप्रवेशम’, ‘संदेसम’, ‘नादोदिकट्टू’, ‘गांधीनगर सेकंड स्ट्रीट’, ‘ओरु मरावथूर कनवु’, ‘उदयानु थारम’ और ‘कथा परायम्पोल’ जैसी फिल्में शामिल हैं। अपने शानदार योगदान के लिए श्रीनिवासन को कई बड़े सम्मान मिले। उन्हें एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो फिल्मफेयर साउथ अवॉर्ड और छह केरल राज्य फिल्म पुरस्कारों से नवाजा गया था।