Edited By Reetu sharma,Updated: 10 Dec, 2025 01:48 PM

धुरंधर जैसी तीव्र और कच्ची फिल्म में हिंसा सिर्फ़ पर्दे पर नहीं दिखती, बल्कि हर किरदार की त्वचा पर भी ज़िंदा महसूस होती है। हर कट, हर ज़ख़्म, हर खून का दाग़ इतना असली लगे इसके लिए घंटों की बारीक प्रोस्थेटिक्स और मेकअप मेहनत की गई।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। धुरंधर जैसी तीव्र और कच्ची फिल्म में हिंसा सिर्फ़ पर्दे पर नहीं दिखती, बल्कि हर किरदार की त्वचा पर भी ज़िंदा महसूस होती है। हर कट, हर ज़ख़्म, हर खून का दाग़ इतना असली लगे इसके लिए घंटों की बारीक प्रोस्थेटिक्स और मेकअप मेहनत की गई। लेयर-बाय-लेयर बने खुले घावों से लेकर पसीना, धूल, धूप की टैनिंग और मौसम से घिसी हुई स्किन हर चीज़ में गहराई से काम किया गया। इस पूरे बदलाव की कमान संभाली HMU और प्रोस्थेटिक्स हेड प्रीतिशील ने, जिनकी मेहनत ने आदित्य धर की दुनिया को सिर्फ़ कच्चा नहीं, बल्कि पूरी तरह असली और महसूस करने लायक बनाया।
इस बारे में प्रीतिशील कहती हैं,'इस फिल्म पर काम करना मेरे लिए बहुत खास था क्योंकि मुझे इतने अलग-अलग एक्टर्स को ताकतवर किरदारों में बदलना था। चाहे हमज़ा हों, इक़बाल, एसपी असलम, सन्याल या रहमान हर किरदार मजबूत एक्टर्स ने निभाया, इसलिए उनके लुक्स को एक-दूसरे से अलग भी दिखाना था और एक ही दुनिया का हिस्सा भी। हर किरदार की अपनी बैकस्टोरी थी, जिससे काम और अर्थपूर्ण हो गया।' रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, संजय दत्त, आर. माधवन और अर्जुन रामपाल जैसे मजबूत कलाकारों की टीम के साथ, हर किरदार की पहचान और एकरूपता दोनों का संतुलन ज़रूरी था। प्रीतिशील बताती हैं कि कहानी को ऐसा विज़ुअल टोन चाहिए था जहां हर किरदार दिखे तो एक ही मिट्टी से उपजा हो, पर उसके अपने व्यक्तित्व की पहचान भी तुरंत नज़र आए।
वह आगे कहती हैं, 'मैंने छोटे-से-छोटे किरदार पर भी बहुत ध्यान दिया, क्योंकि हर किसी का अपना स्वभाव और अपनी खासियत थी। उनके ‘रॉ’ लुक्स दिखाना मेरे लिए महत्वपूर्ण था। बारीक लेयरिंग और टेक्सचर से उनके व्यक्तित्व उभरकर आए। हेयरस्टाइल भी कहानी कहने का तरीका बन गया समय, तनाव और भावनाओं के बदलाव दिखाने के लिए। छोटे से छोटा निशान, टैनिंग, पसीना और धूल सब कुछ ध्यान से किया गया और कंटिन्यूटी का पूरा ख्याल रखा गया। ब्लडवर्क और प्रोस्थेटिक्स ने तो हिंसा को और असली और प्रभावी बना दिया कुछ लुक्स वाकई पेट कमजोर करने वाले हैं।' 'इन घावों और हिंसा को इतना असली बनाना फिल्म की सच्चाई को और मजबूत करता है। मुझे गर्व है कि मैं हर किरदार की कहानी को सही रूप दे पाई। और ये सब मेरी टीम के बिना संभव नहीं था, जिन्होंने हर पल मेरा साथ दिया।'
फिल्म की दुनिया को जितना असली और कच्चा दिखाने में कैमरा और एक्शन का योगदान रहा, उतना ही बड़ा योगदान HMU और प्रोस्थेटिक्स की टीम का भी था। प्रीतिशील की बारीक मेहनत ने धुरंधर की दुनिया को और भी जीवंत, कठोर और सच्चा बना दिया। 'धुरंधर' एक हाई-ऑक्टेन ऐक्शन-थ्रिलर है, जिसे आदित्य धर ने लिखा, निर्देशित और निर्मित किया है। इसे ज्योति देशपांडे और लोकेश धर ने भी प्रोड्यूस किया है। जियो स्टूडियोज़ और B62 स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत कर चुकी है। दर्शक इस जॉनर-ब्लेंडिंग स्पाई–गैंगस्टर ऐक्शन एंटरटेनर को खूब पसंद कर रहे हैं।