Edited By ,Updated: 27 May, 2015 10:13 AM

अटाली गांव में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर दो समुदाय के बीच हुए विवाद के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तबदील हो गया है।
फरीदाबाद (सूरजमल): अटाली गांव में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर दो समुदाय के बीच हुए विवाद के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तबदील हो गया है। दिनभर गांव में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। धार्मिक स्थल की ओर जाने वाले रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है। एक समुदाय के परिवारों को बल्लभगढ़ स्थित थाना शहर में संरक्षण दिया गया है।
वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने भी गांव में पंचायत का आयोजन किया गया है। जिला प्रशासन के अधिकारी दिन भर मामले को सुलझाने मेें लगे रहे। इस दौरान विधायक मूलचंद शर्मा व टेकचंद शर्मा भी मामले को निपटाने के लिए सक्रिय रहे। जानकारी के मुताबिक सोमवार की शाम एक समुदाय के कुछ लोग धार्मिक स्थल का निर्माण करा रहे थे। आरोप है कि तभी दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने आकर काम रोकने के लिए कहा। जिसके दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया।
विवाद ने थोड़ी देर बाद ही झगड़े का रूप ले लिया। दोनों समुदायों की तरफ से मारपीट व पथराव शुरू हो गया। झगड़े ने सांप्रदायिक दंगे का रूप धारण कर लिया। एक समुदाय के लोगों ने धार्मिक स्थल को क्षति पहुंचाई। इसके अलावा मकानों व वाहनों में आग लगानी शुरू कर दी। सूचना मिलने पर थाना छांयसा की पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालात बेकाबू देख थाना प्रभारी ने आला अधिकारियों को मामले की जानकारी दी।
फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने गांव में पहुंचकर आग पर काबू पाया। रात को दस बजे पथराव से घायल हुए लोगों को घरों से बाहर निकाल उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। भारी तनाव को देखते हुए एक समुदाय के लोगों को रोडवेज की बसों से बल्लभगढ़ भेज दिया गया। हमले में घायल करीब 14 लोगों को सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया।
पुलिस के जवानों ने रात भर पूरे गांव में सॉयरन की आवाज के साथ लैग मार्च किया। मामले की गंभीरता को देख पुलिस ने अन्य छह जिलों से पुलिस बल को गांव में बुला लिया। जिलाधीश द्वारा यह आदेश आपराधिक प्रक्रिया संहिता-1973 की धारा-144 के तहत उन्हें प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए हैं।