Edited By Tanuja,Updated: 28 Dec, 2025 05:41 PM

बांग्लादेश की राजनीति में तकनीक का नया अध्याय खुला है। ढाका में बीएनपी की विशाल रैली के दौरान एलॉन मस्क की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल कर मुफ्त वाई-फाई दिया गया। इसे चुनावी प्रचार और डिजिटल रणनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
Dhaka: बांग्लादेश की राजनीति में पहली बार हाई-टेक चुनावी रणनीति देखने को मिली है। राजधानी ढाका में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की विशाल रैली के दौरान एलॉन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Starlink का इस्तेमाल किया गया। पार्टी वॉलंटियरों ने पोर्टेबल Starlink टर्मिनल के ज़रिये हजारों समर्थकों को मुफ्त वाई-फाई उपलब्ध कराया। इस तकनीकी प्रयोग का उद्देश्य खराब मोबाइल नेटवर्क और भारी भीड़ के कारण आने वाली कनेक्टिविटी समस्याओं से बचना था। रैली स्थल पर मौजूद वॉलंटियर बैकपैक जैसे पोर्टेबल Starlink टर्मिनल लेकर घूमते नजर आए, जिससे लोग बिना रुकावट सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो, तस्वीरें और अपडेट साझा कर सके।
राजनीतिक विश्लेषकों और सोशल मीडिया यूज़र्स का मानना है कि बांग्लादेश में राजनीतिक रैलियों में सैटेलाइट इंटरनेट का यह पहला प्रयोग है। इसे डिजिटल राजनीति की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है, जहां दल अब तकनीक के सहारे युवाओं और शहरी मतदाताओं से जुड़ने की रणनीति अपना रहे हैं। मौजूदा राजनीतिक हालात में बीएनपी को 2026 में होने वाले 13वें संसदीय चुनाव की सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। अगस्त 2024 में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौर में बीएनपी एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति बनकर उभरी है।
17 साल के निर्वासन के बाद बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान 25 दिसंबर 2025 को लंदन से बांग्लादेश लौटे। जनमत सर्वेक्षणों में बीएनपी को सबसे अधिक सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। पार्टी युवाओं और महिलाओं को ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के संकेत भी दे चुकी है। बीएनपी ने जमात-ए-इस्लामी से पुराने गठबंधन को लगभग समाप्त कर दिया है और खुद को एक उदार, मध्यमार्गी और धर्मनिरपेक्ष विकल्प के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। “प्लान टू बिल्ड बांग्लादेश” के तहत शिक्षा सुधार, युवा प्रशिक्षण और आर्थिक स्थिरता को प्राथमिकता दी जा रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ढाका की रैली में Starlink का प्रयोग सिर्फ एक तकनीकी प्रयोग नहीं, बल्कि यह संकेत है कि आने वाले चुनावों में टेक्नोलॉजी बांग्लादेश की राजनीति और सत्ता संघर्ष की दिशा तय करेगी।