ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो को जेल भेजने पर जश्न, प्राइड मार्च में गूंजे जबरदस्त नारे!

Edited By Updated: 24 Nov, 2025 11:56 AM

brazilian revellers at rio s pride march rejoice after bolsonaro s preemptive ja

ब्राज़ील में रियो डी जेनेरियो की प्राइड परेड में हजारों लोग शामिल हुए और पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को एहतियाती जेल भेजे जाने का जश्न मनाया। LGBTQ समुदाय ने नारे लगाए और इसे नफरत के खिलाफ जीत बताया। बोल्सोनारो पर 2022 चुनाव के बाद तख्तापलट की...

International Desk: रियो डी जेनेरियो की सालाना ‘प्राइड परेड' के लिए रविवार को कोपाकबाना के बोर्डवॉक पर हजारों लोग एकत्र हुए और उन्होंने ब्राज़ील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को एक दिन पहले एहतियाती तौर पर जेल भेजे जाने का जश्न मनाया। प्रदर्शनकारी ट्रकों पर सवार थे और उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘वह जेल में हैं!'' और ‘‘बोल्सोनारो बाहर जाओ''। इस दौरान एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों ने इंद्रधनुषी कपड़े पहने हुए थे और वे जोरदार तरीके से नारेबाजी कर रहे थे। बोल्सोनारो समलैंगिक-विरोधी अपनी टिप्पणियों को लेकर निशाने पर रहे हैं।

 

Tem homem, tem mulher, tem menino, cachorro, progressista, fã do oasis, LGBTQIA+, sambista, rockeiro, preto, branco… todos na Avenida Paulista comemorando a prisão do Bolsonaro. pic.twitter.com/foRxD9vml7

— Mário Adolfo Filho (@marioadolfo) November 23, 2025

कला, थिएटर और डांस प्रोफेसर एमी माटेयस सैंटोस (25) ने कहा, ‘‘ यह बहुत खुशी की बात है। इससे पता चलता है कि नफरत से लड़ना फ़ायदेमंद है और हम जैसे लोगों का भी भविष्य मुमकिन है।'' बोल्सोनारो ने एक बार खुद को ‘‘गौरवान्वित होमोफोब'' कहा था और यहां तक कहा था कि ‘‘एक समलैंगिक बेटा होने के बजाय अच्छा होगा कि उनका बेटा नहीं हो। बोल्सोनारो को 2022 की चुनावी हार के बाद सत्ता में बने रहने के लिए तख्तापलट की कोशिश करने के जुर्म में सितंबर में 27 साल की सजा सुनाई गई थी।

 

LGBTQ revelers descend on Rio’s Pride march — many rejoicing at Bolsonaro’s jailing

'He was notorious for homophobic remarks' pic.twitter.com/zDevVPFwhH

— RT (@RT_com) November 24, 2025

वह घर में नजरबंद थे, लेकिन शनिवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्ज़ांद्रे दे मोराइस ने 70 वर्षीय नेता को एहतियाती तौर पर जेल में डालने का आदेश दिया था और दलील दी थी कि वह देश छोड़कर भाग सकते हैं। रियो की ‘प्राइड मार्च' के कुछ प्रतिभागी ‘नो एमनेस्टी!' लिखे स्टिकर लगाए हुए थे, यह उस विधेयक का संदर्भ था जिसे बोल्सोनारो के सहयोगी कांग्रेस में लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि तख्तापलट के दोषियों की सज़ा कम की जा सके।  

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!