Edited By Tanuja,Updated: 20 Dec, 2025 06:27 PM

नेपाल में शनिवार दोपहर 2.9 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की गहराई 5 किलोमीटर रही। किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन हिमालयी क्षेत्र में लगातार आ रहे झटकों ने एक बार फिर भूकंपीय खतरे को उजागर किया।
Kathmandu: नेपाल में शनिवार दोपहर 2.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप 20 दिसंबर 2025 को दोपहर 2:10 बजे आया और इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। NCS ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि भूकंप का केंद्र 27.79 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.33 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था।
भूकंप के झटके हल्के थे और किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई तत्काल सूचना नहीं मिली है।गौरतलब है कि इससे पहले 7 दिसंबर को नेपाल में 4.1 तीव्रता और 30 नवंबर को 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। लगातार आ रहे इन झटकों से वैज्ञानिकों और स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
क्यों भूकंप के प्रति संवेदनशील है नेपाल?
नेपाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की टक्कर होती रहती है। इसी टक्कर के कारण धरती के भीतर अत्यधिक दबाव और तनाव पैदा होता है, जो समय-समय पर भूकंप के रूप में बाहर निकलता है।विशेषज्ञों के अनुसार, नेपाल एक सबडक्शन ज़ोन में भी स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है। यही कारण है कि यह इलाका दुनिया के सबसे भूकंप-संवेदनशील क्षेत्रों में गिना जाता है।
वैज्ञानिक बताते हैं कि कम गहराई (शैलो डेप्थ) में आने वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं, क्योंकि उनकी ऊर्जा सीधे धरती की सतह तक पहुंचती है। हालांकि इस बार तीव्रता कम होने के कारण किसी बड़े नुकसान से बचाव रहा। नेपाल इससे पहले 2015 के विनाशकारी भूकंप जैसी त्रासदी झेल चुका है, जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी। ऐसे में बार-बार आ रहे झटके भविष्य को लेकर चिंता बढ़ा रहे हैं।