Edited By Yaspal,Updated: 24 Sep, 2019 08:32 PM
संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बार फिर अमरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की बात दोहराई है। ट्रंप ने कहा के दोनों देश सहमत हों तो मैं मदद के लिए तैयार हूं। लेकिन उन्होंने आगे यह भी कहा कि दोनों देशों के मत अलग...
इंटरनेशनल डेस्कः संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की बात दोहराई है। दरअसल, मीडिया द्वारा कश्मीर मामले पर पूछे गए सवाल पर ट्रंप ने कहा के दोनों देश सहमत हों तो मैं मदद के लिए तैयार हूं। लेकिन उन्होंने आगे यह भी कहा कि दोनों देशों के मत अलग-अलग हैं।
बता दें कि सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्रंप से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर ट्रंप के सामने कश्मीर राग अलापा था। इमरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कश्मीर मामले पर मध्यस्थता करने को कहा। हालांकि, ट्रंप ने इसे खारिज करते हुए कहा कि भारत से हमारे संबंध अच्छे हैं और अगर दोनों देश चाहेंगे तो वह इसके लिए तैयार हैं।
वहीं, विदेश मंत्रालय ने कश्मीर मामले पर ट्रंप की टिप्पणी पर जवाब देते हुए कहा कि हम पहले ही इस मामले पर कह चुके हैं कि यह द्विपक्षीय मामला है। इसमें हम तीसरे देश का हस्तक्षेप नहीं चाहते। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि पाकिस्तान पहले आतंकवाद पर रोक लगाए, उसके बाद वार्ता की जाएगी।
गौरतलब है कि केंद्र में दोबारा मोदी सरकार बनने के बाद 100 दिन के भीतर सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने का निर्णय लिया, जिसके बाद पाकिस्तान लगातार बौखलाया हुआ है। वह हर मंच पर कश्मीर मामले में मानवाधिकार की दुहाई दे रहा है।