Edited By Pardeep,Updated: 10 Aug, 2025 05:44 AM

स्टारलाइनर के फंसे हुए परीक्षण पायलटों की मदद करने के लिए लगभग पांच महीने पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे चार अंतरिक्ष यात्री शनिवार को पृथ्वी पर लौट आए। उनका स्पेसएक्स कैप्सूल, चक्कर लगा रही प्रयोगशाला से प्रस्थान करने के एक दिन बाद,...
वाशिंगटनः स्टारलाइनर के फंसे हुए परीक्षण पायलटों की मदद करने के लिए लगभग पांच महीने पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे चार अंतरिक्ष यात्री शनिवार को पृथ्वी पर लौट आए। उनका स्पेसएक्स कैप्सूल, चक्कर लगा रही प्रयोगशाला से प्रस्थान करने के एक दिन बाद, दक्षिणी कैलिफोर्निया तट से प्रशांत महासागर में पैराशूट से उतरा।
स्पेसएक्स मिशन कंट्रोल ने रेडियो पर प्रसारित किया, ‘‘घर में आपका स्वागत है।'' नासा की एनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव धरती पर उतरे। इन्हें मार्च में स्टारलाइनर के असफल प्रदर्शन के लिए नियुक्त किए गए दो नासा अंतरिक्ष यात्रियों की जगह लेने के लिए भेजा गया था। स्टारलाइनर में खराबी के कारण बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स एक हफ़्ते के बजाय नौ महीने से ज़्यादा समय तक अंतरिक्ष केंद्र पर फंसे रहे।
नासा ने बोइंग के नए क्रू कैप्सूल को खाली वापस लौटने का आदेश दिया और दोनों को स्पेसएक्स में स्थानांतरित कर दिया। यह स्पेसएक्स का अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर प्रशांत क्षेत्र में उतरने का तीसरा मिशन था जबकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के किसी चालक दल के लिए 50 वर्षों में यह पहला अभियान था।
एलन मस्क की कंपनी ने इस साल की शुरुआत में अंतरिक्ष यात्रियों को फ्लोरिडा से सटे अटलांटिक महासागर में अंतरिक्ष यात्रियों को उतराने के बजाय कैलिफ़ोर्निया के तट पर प्रशांत महासागर में उतारने की शुरुआत की थी ताकि आबादी वाले इलाकों में मलबा गिरने का खतरा कम हो सके। नासा के अंतरिक्ष यात्री आखिरी बार 1975 के अपोलो-सोयुज मिशन के दौरान प्रशांत महासागर में उतरे थे।