Edited By ,Updated: 09 Mar, 2017 06:46 PM
ऑस्ट्रेलिया में खुद को डाक्टर बता कर विभिन्न अस्पतालों में एक दशक से ज्यादा समय तक काम करने वाले एक भारतीय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि आव्रजन...
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया में खुद को डाक्टर बता कर विभिन्न अस्पतालों में एक दशक से ज्यादा समय तक काम करने वाले एक भारतीय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि आव्रजन मंत्री ने इसे ‘‘व्यवस्था की एक बड़ी चूक’’ करार दिया है।
सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार श्याम आचार्य ने एक दूसरे शख्स सारंग चिताले का नाम अख्तियार कर ऑस्ट्रेलिया में अपनी नई जिंदगी शुरू की। उसने 2003 में न्यू साऊथ वेल्स(एनएसडब्ल्यू)के मेडिकल बोर्ड के साथ पंजीकरण कराया। इसके बाद आचार्य ने डाक्टर की पहचान का इस्तेमाल किया। उसने एनएसडब्ल्यू सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में रोजगार हासिल करने के लिए दिखावा किया कि वह ‘बैचलर ऑफ मेडिसिन’ और ‘बैचलर ऑफ सर्जरी’ है और उसके पास ‘फेलो ऑफ द रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिश्यिंस’ की सदस्यता है।
अधिकारी उसे ढूंढ या उससे संपर्क नहीं कर पाए हैं। उनका कहना है कि आचार्य का अतापता नहीं मालूम और वह उसे खोजने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि वह अब भारत में हो सकता है। इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया करते हुए ऑस्ट्रेलियाई आव्रजन मंत्री पीटर डुट्टन ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह व्यवस्था की नाकामी है।’’आचार्य 2003 से मई 2014 तक जुनियर डाक्टर के रूप में एनएसडब्ल्यू हेल्थ के लिए ऑस्ट्रेलिया के चार अस्पतालों में काम किया। यहां तक कि उसने आपात विभागों में भी काम किया।आचार्य ने 2013 में अंतर्राष्ट्रीय दवा कंपनी आस्ट्राजेनेका में काम किया। इसके बाद वह 2016 में नोवाटेक में चला गया।