Edited By Tanuja,Updated: 21 Sep, 2025 01:47 PM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H1B वीज़ा शुल्क को 1 लाख अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा दिया है, जिससे टेक इंडस्ट्री के कई कर्मचारियों पर असर पड़ा है। इसी बीच, एलन मस्क के H1B वीज़ा...
Washington: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H1B वीज़ा शुल्क को 1 लाख अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा दिया है, जिससे टेक इंडस्ट्री के कई कर्मचारियों पर असर पड़ा है। इसी बीच, एलन मस्क के H1B वीज़ा और उसके सुधार को लेकर विरोधाभासी बयान फिर से सुर्खियों में हैं। ट्रंप के इस नए कदम के बाद तकनीकी क्षेत्र में हलचल मची हुई है, और मस्क के बयान ऑनलाइन तेजी से वायरल हो रहे हैं। दिसंबर 2024 में, मस्क ने H1B सिस्टम की जमकर तारीफ़ की थी और कहा था कि SpaceX और Tesla जैसी कंपनियों की सफलता में इसका बड़ा योगदान है।
मस्क का पहले समर्थन
दक्षिण अफ्रीका मूल के मस्क ने ट्वीट किया था, "यही कारण है कि मैं अमेरिका में हूँ, साथ ही कई महत्वपूर्ण लोग जो SpaceX, Tesla और सैकड़ों कंपनियों को मजबूत बनाने में शामिल हैं, वो भी H1B वीज़ा के कारण अमेरिका में हैं।" (ट्वीट की तारीख: 28 दिसंबर)
विरोधाभासी ट्वीट्स: हालांकि, उसी दिन मस्क ने कहा, "कोई शक नहीं कि H1B सिस्टम में सुधार की जरूरत है।" इसके कुछ घंटे बाद उन्होंने वीज़ा कार्यक्रम को “Broken” यानी टूटा हुआ करार दिया और “Major Reform” की आवश्यकता जताई। उन्होंने सुझाव दिया कि H1B वीज़ा को अत्यधिक महंगा बनाने के लिए न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए और वार्षिक रखरखाव शुल्क लगाया जाए। इसका उद्देश्य यह था कि विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखना घरेलू कर्मचारियों की तुलना में महंगा हो जाए।
मस्क के वायरल ट्वीट्स में उन्होंने लिखा: "न्यूनतम वेतन को काफी बढ़ाकर और H1B बनाए रखने के लिए सालाना शुल्क जोड़कर, विदेश से कर्मचारियों को रखना घरेलू कर्मचारियों की तुलना में महंगा होगा। मैं स्पष्ट रूप से कह चुका हूँ कि यह प्रोग्राम टूटा हुआ है और इसमें बड़े सुधार की जरूरत है।"