Edited By Shubham Anand,Updated: 17 Dec, 2025 05:53 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ साल बाद ओमान की यात्रा पर हैं, जहां वे 17 और 18 दिसंबर को ओमान के सुल्तान के निमंत्रण पर द्विपक्षीय संबंध मजबूत करेंगे। यात्रा में आर्थिक, रक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर जोर रहेगा। ओमान से भारत को जगुआर फाइटर जेट्स के...
इंटरनेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ साल बाद ओमान की यात्रा पर हैं। वे 17 और 18 दिसंबर को ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक अल सईद के निमंत्रण पर वहां रहेंगे। यह पीएम मोदी का दूसरा ओमान दौरा है। इससे पहले वे फरवरी 2018 में ओमान गए थे। इस दौरे में पीएम मोदी के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहेगा। यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है। माना जा रहा है कि इस दौरान कई अहम समझौतों पर भी मुहर लग सकती है।
ओमान की रणनीतिक अहमियत
ओमान खाड़ी का पहला देश है, जिसके साथ भारत की तीनों सेनाएं संयुक्त अभ्यास करती हैं। दोनों देश हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करते हैं। ओमान खाड़ी सहयोग परिषद (GCC), अरब लीग और इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) में भी अहम भूमिका निभाता है। 2023 में भारत ने अपनी अध्यक्षता के दौरान ओमान को जी-20 सम्मेलन में अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया था।
जगुआर फाइटर जेट्स और रक्षा साझेदारी
ओमान की रॉयल एयर फोर्स ने अपने जगुआर विमानों को सेवा से बाहर कर दिया है और स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति भारत को करने की पेशकश की है। इससे भारत में पुराने जगुआर विमानों के रख-रखाव में आसानी होगी। ओमान के राजदूत इस्सा सालेह अब्दुल्ला सालेह अलशिबानी ने कहा कि यह कदम दोनों देशों के गहरे रक्षा संबंधों का प्रमाण है।
फ्री ट्रेड डील की संभावना
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान भारत और ओमान के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी चर्चा हो सकती है। 2023 में इस पर बातचीत शुरू हुई थी। इस समझौते के तहत दोनों देश अधिकांश सामान पर कस्टम ड्यूटी कम या खत्म करेंगे और व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के लिए नियमों को आसान बनाएंगे। ओमान की शूरा परिषद ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को हाल ही में मंजूरी दे दी है।
भारत-ओमान का व्यापार
2024-25 में भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 10.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। भारत ओमान से मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पाद और यूरिया खरीदता है, जिनकी हिस्सेदारी कुल आयात में 70 प्रतिशत से अधिक है। इसके अलावा प्रोपलीन, एथिलीन पॉलिमर, पेट कोक, जिप्सम, रसायन, लोहा और एल्यूमीनियम भी खरीदे जाते हैं। भारत से ओमान को खनिज ईंधन, रसायन, कीमती धातुएं, लोहा, अनाज, जहाज, नावें, बिजली मशीनरी, बॉयलर, चाय, कॉफी, मसाले, कपड़े और खाद्य उत्पाद निर्यात किए जाते हैं।