Edited By Tanuja,Updated: 29 Sep, 2025 07:38 PM

रूस ने स्पष्ट किया कि उसे किसी से युद्ध की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यूरोप की कमजोर अर्थव्यवस्था और संस्कृति पर कटाक्ष किया। मेदवेदेव ने रूस को मुक्तिदाता और अपने पुनः प्राप्त क्षेत्रों के विकास पर केंद्रित बताया और यूरोप के साथ संभावित युद्ध में...
International Desk: रूस के सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने सोमवार को स्पष्ट किया कि रूस को किसी देश, विशेषकर यूरोप के साथ युद्ध करने की कोई जरूरत नहीं है। मेदवेदेव ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर एक लंबा बयान जारी किया जिसमें यूरोप की अर्थव्यवस्था, संस्कृति और राजनीतिक स्थिति पर कड़ा तंज किया। उन्होंने कहा, “रूस को किसी से युद्ध की जरूरत नहीं है, विशेष रूप से ठंडी और कमजोर यूरोप के साथ। वहां हासिल करने के लिए कुछ भी नहीं है। यूरोप की अर्थव्यवस्था नाजुक है और पूरी तरह अमेरिका पर निर्भर है। उनकी संस्कृति तेजी से गिरावट की ओर है, और यूरोप अपनी पहचान खो रहा है। यूरोप में बढ़ती प्रवासियों की समस्या और आक्रामकता पूरे क्षेत्र के लिए खतरा बन रही है।”
मेदवेदेव ने यह भी कहा कि रूस हमेशा मुक्तिदाता के रूप में यूरोप गया है, आक्रमक के रूप में नहीं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रूस और यूरोप के बीच कोई गंभीर संघर्ष हुआ, तो यह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल तक बढ़ सकता है, जिससे वैश्विक संकट उत्पन्न हो सकता है। रूस के पुनः प्राप्त क्षेत्रों पर ध्यान देते हुए मेदवेदेव ने कहा, “रूसी जनता का मुख्य कार्य अपने क्षेत्रों का विकास करना और अपनी जमीन को पुनः संजोना है। इसमें बड़े पैमाने पर निवेश और मेहनत की जरूरत है। यह न तो आसान है और न ही सस्ता। हमें अपनी जनता और संसाधनों का सही उपयोग करना चाहिए।”
उनके इस बयान को रूस की अंतरराष्ट्रीय नीति की स्पष्ट रूपरेखा माना जा रहा है, जिसमें रूस ने यूरोप के खिलाफ आक्रामकता की बजाय अपने क्षेत्रीय विकास और सुरक्षा पर जोर दिया है। विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि रूस ने पिछले कुछ सालों में अपने सैन्य और क्षेत्रीय प्रभाव को बढ़ाने के प्रयास तेज किए हैं, जिसमें पूर्वी यूरोप और क्रिमिया क्षेत्र में स्थित उसकी सेनाएं शामिल हैं। मेदवेदेव का बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में तनाव और यूरोपीय देशों के बीच राजनीतिक असंतुलन बढ़ा हुआ है।