Edited By Tanuja,Updated: 04 Oct, 2025 04:48 PM

रूस ने यूक्रेन के खार्कीव-पोल्टावा क्षेत्र में स्थित नैफ्टोगाज गैस संयंत्र पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर दिया, जिससे हजारों घरों की बिजली और गैस आपूर्ति ठप हो गई। जवाब में यूक्रेन ने रूस के ओर्स्क शहर की ऑयल रिफायनरी पर ड्रोन हमला किया, जिससे वहां...
International Desk: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर ऊर्जा संकट को गहरा कर दिया है। रूस ने गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात यूक्रेन के खार्कीव-पोल्टावा क्षेत्र में स्थित देश की सबसे बड़ी गैस उत्पादन इकाई नैफ्टोगाज (Naftogaz) पर मिसाइल और ड्रोन से बड़ा हमला किया। इस हमले में संयंत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे हजारों घरों की बिजली और गैस आपूर्ति ठप हो गई है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश ठंड के मौसम की तैयारी कर रहा था यानि जब ऊर्जा आपूर्ति सबसे ज्यादा ज़रूरी है।
नैफ्टोगाज के सीईओ सर्गी कोरेत्स्की ने कहा कि इस गैस का उपयोग सेना के लिए नहीं, बल्कि आम नागरिकों और औद्योगिक कार्यों के लिए होता था। उन्होंने रूस के इस हमले को “जानबूझकर नागरिक ढांचे को निशाना बनाने” जैसा बताया। रूस ने इस ऑपरेशन में 35 मिसाइलें और 60 ड्रोन इस्तेमाल किए। कई शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे स्थानीय प्रशासन ने गैस के आयात को बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है।
दूसरी ओर, यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई में रूस की ऑयल रिफायनरी पर ड्रोन हमला किया। यह हमला कजाखस्तान सीमा के पास स्थित रूसी शहर ओर्स्क में हुआ। हमले के बाद रिफायनरी में आग लग गई, हालांकि जान-माल के नुकसान का अभी तक पता नहीं चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला यूक्रेन की ऊर्जा अवसंरचना को कमजोर करने की रूस की रणनीति का हिस्सा है। आने वाले दिनों में इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है।