Edited By Taranjeet Singh,Updated: 27 Sep, 2025 07:40 PM

चीन ने 15 सितंबर से रूसियों के लिए वीज़ा-फ्री यात्रा की अनुमति दी। हुनचुन और अन्य बॉर्डर शहरों में रूसियों की बाढ़ आ गई है, जिससे मॉल और बाज़ारों में खरीदारी की भीड़ बढ़ गई। चीनी पर्यटक रूस नहीं जा रहे। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं, क्योंकि...
Bejing: चीन ने 15 सितंबर 2025 से रूसियों के लिए वीज़ा-फ्री यात्रा की नीति लागू की, ताकि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जा सके। लेकिन इस नीति के लागू होते ही स्थिति पूरी तरह अनपेक्षित हो गई। चीनी बॉर्डर शहर हुनचुन, दांगू और डाली में रूसियों की बाढ़ आ गई है। स्थानीय व्यापारी बता रहे हैं कि इन शहरों के मॉल, बाज़ार और शॉपिंग सेंटर हर दिन “ब्लैक फ्राइडे” जैसा माहौल दिखा रहे हैं। दुकानों में खरीदारी की भीड़ और स्टॉल पर लंबी कतारें आम दृश्य बन गई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रूसियों की इस भीड़ से इन शहरों की अर्थव्यवस्था में कुछ सकारात्मक असर तो पड़ा है, लेकिन चीनी पर्यटक रूस नहीं जा रहे, जिससे आदान-प्रदान का संतुलन बिगड़ता नजर आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में रूस-चीन सहयोग को बढ़ावा दे सकता है। अमेरिका और यूरोप में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और सोच रही हैं कि आने वाले दशकों में इस तरह के सहयोग से पश्चिमी देशों के लिए साइबर और तकनीकी खतरों का नया दौर शुरू हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि “एक पक्ष हैकिंग में माहिर होगा, जबकि दूसरा इसके उपकरण और तकनीक तैयार करेगा।” चीनी अधिकारियों ने कहा है कि यह नीति अंतरराष्ट्रीय व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए है और उन्हें उम्मीद है कि यह दोनों देशों के बीच दीर्घकालीन सहयोग को मजबूत करेगी। सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स के लिहाज से स्थानीय प्रशासन ने भी शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी है और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष उपाय किए हैं।