Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Aug, 2025 07:11 PM

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां एक सिख व्यक्ति की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस ने दावा किया कि यह व्यक्ति सड़क के बीचो-बीच एक खंजर लिए था और पुलिस पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, मृतक के परिवार...
नेशनल डेस्क: अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां एक सिख व्यक्ति की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस ने दावा किया कि यह व्यक्ति सड़क के बीचो-बीच एक खंजर लिए था और पुलिस पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, मृतक के परिवार और सिख समुदाय का कहना है कि वह सिर्फ अपनी पारंपरिक मार्शल आर्ट, गतका, का प्रदर्शन कर रहा था।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 13 जुलाई को लॉस एंजिल्स के डाउनटाउन में क्रिप्टो डॉट कॉम एरिना के पास हुई। पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति ओलंपिक बुलेवार्ड के पास एक व्यस्त चौराहे पर राहगीरों पर दो फुट लंबा ब्लेड लहरा रहा है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने देखा कि 35 वर्षीय गुरप्रीत सिंह सिर्फ एक बनियान, शॉर्ट्स और नीली पगड़ी पहने हुए सड़क के बीचों-बीच एक तलवार लहरा रहे थे।
पुलिस ने गुरप्रीत सिंह को कई बार तलवार नीचे रखने का आदेश दिया। लेकिन, गुरप्रीत सिंह ने उनकी बात नहीं मानी और कथित तौर पर तलवार से अपनी जीभ भी काट ली। इसके बाद उन्होंने एक बोतल फेंकी और अपनी कार में बैठकर भागने की कोशिश की। पुलिस के पीछा करने पर वह बेतरतीब ढंग से गाड़ी चलाते रहे और रास्ते में कई वाहनों को टक्कर मारी।
पुलिस का कहना है कि जब गुरप्रीत सिंह तलवार लेकर उन पर हमला करने के लिए आगे बढ़े तो आत्मरक्षा में उन्हें गोली मार दी गई। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। हाल ही में लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग (LAPD) ने इस घटना का बॉडीकैम फुटेज जारी किया है, जिसमें यह सब दिखाई दे रहा है।
गतका और खंडा क्या हैं?
गतका सिखों की एक पारंपरिक मार्शल आर्ट है। यह पंजाब से जुड़ी हुई है और इसमें तलवार, भाले, ढाल और लाठियों जैसे कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है। यह कला आमतौर पर सिख धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान प्रदर्शित की जाती है।
पुलिस जिस हथियार को 'खंजर' बता रही है, वह वास्तव में खंडा जैसा दिख रहा था। खंडा एक दोधारी सीधी तलवार होती है, जिसका इस्तेमाल गतका करते समय किया जाता है। इस घटना ने सिख समुदाय के बीच आक्रोश पैदा किया है, क्योंकि उनका मानना है कि पुलिस ने गुरप्रीत सिंह की सांस्कृतिक पहचान को ठीक से नहीं समझा।