Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Apr, 2018 12:39 AM
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को संयुक्त विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को बड़ी आसानी से जीत लिया। संयुक्त विपक्ष का आरोप है कि 68 वर्षीय विक्रमसिंघे ने वित्तीय अव्यवस्था फैलाई और वह पिछले महीने मध्य कांडी...
कोलंबो: श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को संयुक्त विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को बड़ी आसानी से जीत लिया। संयुक्त विपक्ष का आरोप है कि 68 वर्षीय विक्रमसिंघे ने वित्तीय अव्यवस्था फैलाई और वह पिछले महीने मध्य कांडी जिले में मुस्लिम विरोधी दंगों से निबटने में असफल रहे।
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के साथ गठबंधन में राष्ट्रीय एकता सरकार का नेतृत्व करने वाले विक्रमसिंघे के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 122 वोट पड़े जबकि पक्ष में 76 मत पड़े। 26 सदस्य सदन में उपस्थित नहीं थे।
जिन 76 सदस्यों ने विक्रमसिंघे का विरोध किया उनमें से कम से कम 13 सिरीसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) से सरकारी पदों पर काबिज है। एसएलएफपी और विक्रमसिंघे की यूएनपी वर्ष 2015 से एक राष्ट्रीय एकता सरकार चला रहे है। इससे पूर्व संयुक्त विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव स्पीकर कारू जयसूर्या को सौंपा और संसद में आज इस पर चर्चा हुई थी।