Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Sep, 2025 09:20 AM

ताइवान इस समय प्राकृतिक आपदा के कहर से जूझ रहा है। टाइफून ‘रागासा’ ने पूर्वी ताइवान के हुआलिएन काउंटी में भारी तबाही मचाई है। तेज हवाओं और मूसलधार बारिश के चलते इलाके में भूस्खलन हुआ, जिससे एक झील ने अपना बांध तोड़ दिया और देखते ही देखते पूरी...
इंटरनेशनल डेस्क: ताइवान इस समय प्राकृतिक आपदा के कहर से जूझ रहा है। टाइफून ‘रागासा’ ने पूर्वी ताइवान के हुआलिएन काउंटी में भारी तबाही मचाई है। तेज हवाओं और मूसलधार बारिश के चलते इलाके में भूस्खलन हुआ, जिससे एक झील ने अपना बांध तोड़ दिया और देखते ही देखते पूरी गुआंगफू बस्ती बाढ़ की चपेट में आ गई। हादसे में कम से कम 14 लोगों की जान चली गई है, जबकि 124 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
झील से निकले करोड़ों टन पानी ने मचाई तबाही
सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, हुआलिएन काउंटी की इस झील में लगातार बारिश के कारण जलस्तर बढ़ गया था। जब किनारे कमजोर पड़े तो करीब 9 करोड़ टन पानी में से 6 करोड़ टन पानी एक साथ बाहर आ गया और पास की रिहायशी कॉलोनी में घुस गया। इससे सैकड़ों मकान जलमग्न हो गए और कई लोगों को बच निकलने का मौका तक नहीं मिला।
ऊपरी मंजिलों में शरण, सैकड़ों ने छोड़ा गांव
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इस क्षेत्र में रहने वाले करीब 8,500 लोगों में से 60% अब अपने घरों की ऊपरी मंजिलों पर शरण ले चुके हैं। जबकि बड़ी संख्या में लोग घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। सड़कों का संपर्क टूट चुका है और कई गांवों से संपर्क पूरी तरह से बंद है।
राहत और बचाव कार्य जारी
ताइवान के फायर सर्विस विभाग ने बुधवार को बताया कि बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। जल, थल और वायु—तीनों माध्यमों से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, लेकिन लगातार खराब मौसम और कटे हुए रास्तों के चलते रेस्क्यू में बाधाएं आ रही हैं। कई इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद से लोगों को निकाला जा रहा है।
2009 की विनाशकारी यादें ताजा
इस आपदा ने लोगों को 2009 के मोराकोट तूफान की याद दिला दी है, जिसने ताइवान के दक्षिणी हिस्से में भारी तबाही मचाई थी। उस समय करीब 700 लोगों की मौत हुई थी और देश को 3 अरब डॉलर से ज्यादा का आर्थिक नुकसान हुआ था।