Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Sep, 2021 05:23 PM

पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी है।
पंजशीर: पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार तालिबान ने पहले रोहुल्लाह सलेह को बुरी तरह से टॉर्चर किया और फिर बड़ी क्रूरता से उसकी मौत के घाट उतार दिया। पंजशीर में अभी भी तालिबान का संघर्ष जारी है।
बता दें कि, गुरुवार रात तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसी घटना में अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को मार गिराया गया है। अभी तक इस खबर को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, अमरुल्लाह सालेह की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
पंजशीर पर जीत का दावा कर रहा तालिबान
रिपोर्ट में यह दावा ऐसे वक्त किया गया है, जब तालिबानी लड़ाके की उसी स्थान पर बैठे हुए तस्वीर सामने आई है, जहां से अमरुल्ला सालेह ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि वह अभी भी पंजशीर में है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल कर यह दावा किया जा रहा है कि तालिबान ने उस जगह के पुस्तकालय पर कब्जा कर लिया है, जहां अमरुल्ला सालेह रह रहा था।
पंजशीर प्रांत में दोनों तरफ से लड़ाई अब भी जारी
बता दें कि, 15 जुलाई को काबुल पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान का पंजशीर घाटी में संघर्ष चल रहा है। यहां राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (NRF) और नॉर्दन अलायंस से उसे कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है, जिसे अमरुल्ला सालेह का समर्थन प्राप्त है। तालिबान ने हालांकि पंजशीर घाटी पर अपने कब्जे का दावा किया है, पर NRF ने इससे इनकार किया है। तालिबान ने यह दावा भी किया था अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद देश छोड़कर ताजिकिस्तान चले गए हैं। हालांकि NRF ने तालिबान के दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह पंजशीर घाटी में 'अहम मोर्चों' पर अभी कायम है। अमरुल्लाह सालेह का NRF और पंजशीर के लड़ाकों को खुला समर्थन दिया गया है।