Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Jul, 2025 11:18 AM

लंदन स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के प्रसिद्ध शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट गोविंदा में एक शख्स द्वारा KFC का फ्राइड चिकन खाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तूफान मचा रहा है। इस घटना को न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने...
नेशनल डेस्क। लंदन स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के प्रसिद्ध शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट गोविंदा में एक शख्स द्वारा KFC का फ्राइड चिकन खाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तूफान मचा रहा है। इस घटना को न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना जा रहा है बल्कि इसे जानबूझकर किया गया एक 'हेट एक्ट' भी कहा जा रहा है।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अफ्रीकी-ब्रिटिश मूल का व्यक्ति गोविंदा रेस्टोरेंट में घुसता है और स्टाफ से पूछता है कि क्या यह वेगन रेस्टोरेंट है। जब स्टाफ द्वारा यह स्पष्ट किया जाता है कि यहां मांस, प्याज और लहसुन तक नहीं परोसा जाता तो वह व्यक्ति बाहर से लाया गया KFC का चिकन बॉक्स निकालकर वहीं खाना शुरू कर देता है। इस हरकत पर वहां मौजूद ग्राहक और स्टाफ हैरान रह जाते हैं।
वीडियो में क्या हुआ?
वीडियो में वह व्यक्ति पूछता है, “Hi, is this a vegan restaurant?” (क्या यह वेगन रेस्टोरेंट है?) स्टाफ उत्तर देती है, "Yes।" (हाँ)। वह फिर पूछता है, “So, there’s no meat – nothing here?” (तो, यहाँ कोई मांस – कुछ भी नहीं है?) इस पर उसे बताया जाता है, “No meat. No onion. No garlic.” (नहीं मांस। नहीं प्याज। नहीं लहसुन।) इसके बाद वह शख्स अपनी जेब से फ्राइड चिकन निकालता है खाने लगता है और यहाँ तक कि स्टाफ और अन्य ग्राहकों को भी ऑफर करता है।

विरोध करने पर भी नहीं रुका व्यक्ति
जब एक ग्राहक उसे टोकते हुए कहता है, "क्षमा करें, आप जो कर रहे हैं वह इस जगह के नियमों का उल्लंघन है और यह उचित नहीं है," तो वह व्यक्ति टस से मस नहीं होता। आखिरकार सुरक्षा कर्मियों को बुलाया जाता है और उसे रेस्टोरेंट से बाहर निकाला जाता है।

इस्कॉन की मर्यादा पर हमला?
गोविंदा रेस्टोरेंट इस्कॉन की धार्मिक विचारधारा पर आधारित एक शुद्ध शाकाहारी भोजनालय है जहां मांस, प्याज और लहसुन तक वर्जित हैं। ऐसे पवित्र स्थान पर मांसाहार लाकर खाना और उसे दूसरों को ऑफर करना न केवल अपमानजनक बल्कि हिंदू आस्थाओं पर सीधा हमला माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस व्यक्ति के कृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं और इसे धार्मिक असहिष्णुता का एक उदाहरण बता रहे हैं।