Edited By Radhika,Updated: 30 May, 2025 12:37 PM
नीले ड्रम वाली मुस्कान एक बार फिर से सुर्खियों में आई है। इस बार वजह काफी चौंकाने वाली है। वह अब खुद वकील बनकर अपना केस लड़ना चाहती है। इसके लिए उसने जेल प्रशासन से LLB की पढ़ाई के लिए बकायदा सिलेबस और शिक्षा व्यवस्था की जानकारी मांगी है।
नेशनल डेस्क: नीले ड्रम वाली मुस्कान एक बार फिर से सुर्खियों में आई है। इस बार वजह काफी चौंकाने वाली है। वह अब खुद वकील बनकर अपना केस लड़ना चाहती है। इसके लिए उसने जेल प्रशासन से LLB की पढ़ाई के लिए बकायदा सिलेबस और शिक्षा व्यवस्था की जानकारी मांगी है।

कोई मेरा केस वैसे नहीं लड़ेगा, जैसे मैं चाहती हूं -
जेल प्रशासन से बातचीत के दौरान मुस्कान ने बताया कि उसे अब यह महसूस हो रहा है कि शायद कोई भी वकील उसका केस उस तरह से नहीं लड़ेगा, जैसा वह खुद चाहती है। इसी वजह से वह कोर्ट में अपनी पैरवी खुद ही करना चाहती है। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है कि मुस्कान ने LLB की पढ़ाई के लिए जानकारी मांगी है। जेल प्रशासन उसके इस अनुरोध पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि क्या किसी बंदी को इस स्तर की उच्च शिक्षा की सुविधा दी जा सकती है।
LLB के विकल्पों पर मंथन-
मेरठ जेल में पहले से ही IGNOU के माध्यम से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट तक की शिक्षा का प्रावधान है। LLB जैसी पेशेवर डिग्री की पढ़ाई को जेल के भीतर करवाना एक नई और बड़ी चुनौती है। अधिकारियों का कहना है कि इस पर कानूनी और तकनीकी पहलुओं से विचार किया जा रहा है। जेल प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि मुस्कान वास्तव में गंभीरता से पढ़ना चाहती है, तो उसे सबसे पहले हाई स्कूल और फिर इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करनी होगी, क्योंकि LLB की पढ़ाई के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट है।

मुस्कान ने की है सिर्फ 9वीं तक पढ़ाई -
मुस्कान की शिक्षा की बात करें तो उसने अभी तक केवल 9वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है। ऐसे में अगर वह वकील बनने की ख्वाहिश रखती है, तो उसे एक लंबा शैक्षणिक सफर तय करना होगा। उसे पहले हाई स्कूल, फिर इंटरमीडिएट और उसके बाद पाँच वर्षीय LLB प्रोग्राम में दाखिला लेना होगा। इसके लिए उसे या तो IGNOU जैसी संस्थाओं के माध्यम से पढ़ाई करनी होगी या फिर कोर्ट से विशेष अनुमति लेनी पड़ सकती है।
सरकारी वकील ही सहारा, सह-आरोपी के पास प्राइवेट वकील-
डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि अब तक मुस्कान से उसके परिवार का कोई भी सदस्य मिलने जेल नहीं आया है। वहीं, सह-आरोपी साहिल से उसकी नानी और भाई मुलाकात कर चुके हैं। इतना ही नहीं, साहिल के परिजन उसके लिए प्राइवेट वकील का इंतजाम भी कर रहे हैं, जबकि मुस्कान फिलहाल सिर्फ एक सरकारी वकील पर ही निर्भर है।
जेल में मिली गर्भवती होने की जानकारी-
इस सनसनीखेज मामले में एक और बड़ा खुलासा तब हुआ जब जेल में मुस्कान की मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद मुस्कान की सरकारी अस्पताल में विस्तृत जांच कराई गई, जिसमें अल्ट्रासाउंड सहित कई जांचों से उसके गर्भवती होने की पुष्टि हुई।