Edited By Yaspal,Updated: 30 May, 2024 08:27 PM

त्रिशूर से कोझीकोड जा रही केएसआरटीसी की चलती बस में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। बताया जाता है कि महिला और उसका पति त्रिशूर से थोट्टीलपलम जा रहे थे।
नेशनल डेस्कः त्रिशूर से कोझीकोड जा रही केएसआरटीसी की चलती बस में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। बताया जाता है कि महिला और उसका पति त्रिशूर से थोट्टीलपलम जा रहे थे। इसी दौरान चलती बस में पेरामंगलम के पास महिला ने बच्चे को जन्म दिया। अब इसका वीडियो भी सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार, थिरुनावाया के मनरो घर में लिजेश की पत्नी सेरीना बुधवार को अंगमाली से थोट्टिलपालम जा रही बस में यात्रा कर रही थी। बस के पेरमंगलम पुलिस स्टेशन पहुंचने पर उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसे तुरंत त्रिशूर के अमला अस्पताल ले जाया गया। जब केएसआरटीसी कर्मचारियों को एहसास हुआ कि महिला को दर्द हो रहा है, तो उसे अस्पताल ले जाया गया। बस दोपहर 12.30 बजे उसके पास पहुंची। प्रसव लगभग पूरा हो चुका था। डॉक्टरों और नर्सों ने बच्चे को बाहर निकालने में मदद की।" वह अपनी गर्भावस्था के नौवें महीने में थी और अस्पताल जा रही थी। सेरीना पांच बच्चों की मां है और मां और बच्चे की हालत स्थिर है।
पेरमंगलम पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया, "घटना की सूचना मिलते ही हम मौके पर पहुंचे। मां और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं। हमने बच्चे को एनआईसीयू (नियो-नेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) में शिफ्ट कर दिया है। सेरीना निगरानी में है। मां और बच्चे दोनों की हालत स्थिर है।" उनके पति लिजेश भी मौके पर पहुंचे।
बस स्टाफ ने दिखाई सूझबूझ
कहा जा रहा है कि यह सब बस के स्टाफ के पहल पर संभव हो सका। बस स्टाफ ने समय पर सही फैसला लिया। उसने तुरंत रूट बदल कर हॉस्पिटल का रास्ता ले लिया और फिर अस्पताल को भी सूचना दे दी। ताकि, अस्पताल में सारी तैयारी पहले से की जा सके। इसके बाद ही महिला का सुरक्षित प्रसव संभव हो सका।