Edited By Rohini Oberoi,Updated: 12 May, 2025 09:23 AM

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। दोनों देशों के बीच बीते कुछ दिनों से लगातार गोलीबारी और मिसाइल हमलों की खबरें आ रही थीं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए शनिवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने...
नेशनल डेस्क। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। दोनों देशों के बीच बीते कुछ दिनों से लगातार गोलीबारी और मिसाइल हमलों की खबरें आ रही थीं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए शनिवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों देशों के बीच सीजफायर करवाया था। हालांकि रविवार की रात को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फिर से गोलीबारी और धमाकों की आवाज़ें सुनाई दीं जिससे स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल बना रहा।
तनाव के बाद पहली शांत रात
लेकिन राहत की बात यह है कि सोमवार की रात अपेक्षाकृत शांत रही। भारतीय सेना ने मंगलवार सुबह अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रात सामान्य और शांतिपूर्ण रही। यह बीते तनावपूर्ण दिनों के बाद पहली बार था जब किसी तरह की कोई अप्रिय घटना दर्ज नहीं की गई।
जम्मू-कश्मीर में नहीं मिली किसी घटना की सूचना
भारतीय सेना के अनुसार जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य इलाकों में रात काफी हद तक शांतिपूर्ण रही। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है जो हाल के दिनों में पहली शांत रात है।
चिनाब नदी पर बने सलाल बांध में दिखा बदलाव
जम्मू और कश्मीर में चेनाब नदी पर बने रियासी के सलाल बांध में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया। बांध का एक गेट खुला हुआ दिखाई दे रहा है जो संभवतः जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए खोला गया है।
राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी शांति
राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी शांति बनी रही जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। भारतीय सेना ने कहा है कि वह स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
संसदीय सत्र की मांग
भारत और पाकिस्तान के बीच बनी आपसी समझ पर कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हमने मांग की है कि स्थिति और भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए एक संसदीय सत्र बुलाया जाए। युद्ध रोक दिया गया जो अच्छी बात है और हम लोगों के लिए शांति चाहते हैं। देश को सुरक्षित रखने के लिए जो भी किया जाता है हम उसमें सरकार का समर्थन करते हैं।"