Edited By Parveen Kumar,Updated: 20 Dec, 2025 10:43 PM

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक अस्पताल में महिला ने बेटे को जन्म देने के बाद उसे अपनाने से इनकार कर दिया। महिला ने नवजात को स्तनपान कराने से भी मना कर दिया, जिससे अस्पताल प्रशासन और कर्मचारी असमंजस में...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक अस्पताल में महिला ने बेटे को जन्म देने के बाद उसे अपनाने से इनकार कर दिया। महिला ने नवजात को स्तनपान कराने से भी मना कर दिया, जिससे अस्पताल प्रशासन और कर्मचारी असमंजस में पड़ गए। बताया जा रहा है कि महिला अपने पति के विश्वासघात से बेहद आहत थी, जिसका असर उसकी मानसिक स्थिति पर साफ नजर आया। काफी समझाने-बुझाने के बाद महिला बच्चे को रखने के लिए राजी हुई, लेकिन उसने साफ कहा कि वह बच्चे को खुद पालेगी और उसे उसके पिता का नाम नहीं देगी।
पति की बेवफाई से गहरे सदमे में थी महिला
जानकारी के अनुसार, महिला दिल्ली में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती है। उसने बताया कि ट्रेन से सफर के दौरान उसे करीब चार घंटे तक प्रसव पीड़ा झेलनी पड़ी। हालत बिगड़ने पर जीआरपी की मदद से उसे गोरखपुर जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला का आरोप है कि गर्भावस्था के दौरान उसके पति ने उसे छोड़ दिया और बाद में दूसरी महिला के साथ भाग गया।
महिला ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा, “जब मुझे उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब उसने मुझे छोड़ दिया। मैं अकेली थी, दर्द में थी और अजनबियों की मदद से ही जिंदा रह पाई।” इसी गुस्से और धोखे की भावना के चलते उसने शुरुआत में अपने नवजात शिशु को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और उसे स्तनपान कराने से भी मना कर दिया।
अस्पताल की समझाइश के बाद बदला फैसला
अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने महिला को लगातार समझाया और मानसिक रूप से सहारा दिया, जिसके बाद वह बच्चे को अपने पास रखने के लिए राजी हो गई। जिला अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक जय कुमार ने बताया, “शुरुआत में महिला को समझाना काफी मुश्किल था, लेकिन अब वह बच्चे को रखने के लिए तैयार है। बच्चे की सेहत में सुधार होते ही मां और बच्चे दोनों को छुट्टी दे दी जाएगी।”