Edited By Mehak,Updated: 15 Dec, 2025 04:57 PM

जनवरी 2026 से टीवी की कीमतों में 3 से 10 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है। इस बढ़ोतरी के पीछे दो मुख्य कारण हैं: मेमोरी चिप्स की कमी और भारतीय रुपये में गिरावट। LED टीवी में आयातित पार्ट्स की लागत बढ़ने से मैन्युफैक्चरर्स को उत्पादन महंगा पड़ रहा है।...
नेशनल डेस्क : अगर आप जल्द ही टीवी खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए खास है। विशेषज्ञों की मानें तो जनवरी 2026 से टीवी की कीमतों में 3 से 10 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है। कीमतों में यह इजाफा मुख्य रूप से दो बड़े कारणों से हो रहा है: मेमोरी चिप्स की कमी और भारतीय रुपये की गिरती कीमत।
टीवी की कीमतों में दोहरी मार
LED टीवी में केवल 30 फीसदी हिस्सा घरेलू रूप से बनाया जाता है, जबकि बाकी महत्वपूर्ण पार्ट्स जैसे सेमीकंडक्टर चिप्स, मदरबोर्ड और अन्य स्पेयर पार्ट्स आयात किए जाते हैं। भारतीय रुपये में गिरावट के कारण इनकी खरीद महंगी हो रही है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 90 के नीचे चल रही है, जो टीवी उद्योग के लिए चुनौती बन रही है।
मेमोरी चिप्स की कमी ने बढ़ाई परेशानी
दुनिया भर में AI सर्वर और हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) की मांग बढ़ने से टीवी में इस्तेमाल होने वाली DRAM और फ्लैश चिप्स की आपूर्ति कम हो गई है। इसके चलते चिप्स की कीमतों में तेज उछाल आया है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन महीनों में मेमोरी चिप्स की कीमतें 500% तक बढ़ गई हैं।
कीमतों में वृद्धि का असर
हायर एप्लायंसेज इंडिया के चेयरमैन एनएस सतीश के अनुसार, मेमोरी चिप्स संकट और रुपये की गिरावट की वजह से LED टीवी की कीमतों में कम से कम 3 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। वहीं सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के CEO अवनीत सिंह मारवाह का कहना है कि जनवरी से TV की कीमतें 7-10 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। कुछ टीवी मैन्युफैक्चरर पहले ही अपने डीलरों को आगामी कीमतों के बदलाव के बारे में सूचित कर चुके हैं।
क्या करें टीवी खरीदने वाले?
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर आप टीवी खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो जनवरी से पहले खरीदारी करना फायदेमंद हो सकता है। अन्यथा कीमतों में बढ़ोतरी के कारण आपको अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। इस तरह टीवी की कीमतों में वृद्धि मुख्य रूप से चिप्स की कमी और रुपये की गिरावट के कारण हो रही है, जिससे खरीदारी योजना में बदलाव करना जरूरी हो सकता है।