Edited By Mehak,Updated: 14 Dec, 2025 04:10 PM

अक्सर लोग सवाल करते हैं कि कपल्स के बेडरूम में हनुमान जी की तस्वीर लगाना सही है या नहीं। वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम दांपत्य जीवन और निजी ऊर्जा से जुड़ा स्थान होता है। हनुमान जी की ऊर्जा अनुशासन और नियंत्रण से जुड़ी मानी जाती है, इसलिए उनकी...
नेशनल डेस्क : अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि पति-पत्नी के बेडरूम में हनुमान जी की तस्वीर लगाने से क्यों मना किया जाता है। कई लोग इसे उनके ब्रह्मचारी स्वरूप से जोड़ते हैं, जबकि असल वजह धार्मिक मान्यता से ज्यादा ऊर्जा संतुलन, दिनचर्या और वास्तु विज्ञान से जुड़ी मानी जाती है।
ब्रह्मचर्य का सही मतलब क्या है
आम तौर पर ब्रह्मचर्य को केवल शारीरिक संयम से जोड़ दिया जाता है, लेकिन इसका अर्थ इससे कहीं व्यापक है। ब्रह्मचर्य का मतलब है प्रकृति के नियमों और दिनचर्या के साथ संतुलन बनाकर जीवन जीना। सुबह का समय आत्म-चिंतन और मानसिक शांति से जुड़ा होता है, जबकि दिन का बाकी हिस्सा कर्म और जिम्मेदारियों का होता है। इसी प्राकृतिक चक्र का पालन करना ब्रह्मचर्य माना जाता है।
हनुमान जी की ऊर्जा और दिशा
हनुमान जी को अनुशासन, शक्ति और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार उनकी ऊर्जा दक्षिण दिशा से जुड़ी होती है। इसी कारण घर में हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति दक्षिण दिशा में लगाने की सलाह दी जाती है।
बेडरूम में तस्वीर लगाने से क्यों मना किया जाता है
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार बेडरूम आराम, निजी जीवन और दांपत्य संबंधों की ऊर्जा से जुड़ा स्थान होता है। ऐसे में वहां देवी-देवताओं, विशेषकर हनुमान जी की तस्वीर रखने से ऊर्जा असंतुलन हो सकता है। यह ब्रह्मचर्य से अधिक कपल एनर्जी और देव ऊर्जा के टकराव से जुड़ा विषय माना जाता है।
नवविवाहित कपल्स के लिए अहम वास्तु जोन
North of North-West Zone: यह आकर्षण और आपसी समझ का क्षेत्र है। यहां कबाड़ या भारी लाल रंग की चीजें नहीं रखनी चाहिए।
South-West Zone: यह रिश्तों की स्थिरता से जुड़ा होता है। यहां पानी, एक्वेरियम या हरे पौधे रखने से दूरी बढ़ सकती है।
East of South-East Zone: इसे विवाद और तनाव से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए यहां बेडरूम या कपल की तस्वीर नहीं होनी चाहिए।
क्या करें, क्या न करें
हनुमान जी की तस्वीर को घर की दक्षिण दिशा में लगाएं। बेडरूम को हल्का, साफ और शांत रखें। ऐसे रंग और वस्तुएं चुनें जो रिश्तों में सुकून और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दें। इस तरह, हनुमान जी की तस्वीर न लगाने की सलाह आस्था से ज्यादा वास्तु और ऊर्जा संतुलन से जुड़ी मानी जाती है।