Edited By Mansa Devi,Updated: 21 Jul, 2025 03:16 PM

भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि वह देश के 7 बड़े रेलवे स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित फेस रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) लगाने की तैयारी कर रही है। इस कदम का मुख्य मक़सद महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाना है।
नेशनल डेस्क: भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि वह देश के 7 बड़े रेलवे स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित फेस रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) लगाने की तैयारी कर रही है। इस कदम का मुख्य मक़सद महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाना है।
किन शहरों में लगेंगे AI कैमरे?
पहले चरण में मुंबई CST और नई दिल्ली सहित 7 रेलवे स्टेशनों को शामिल किया जाएगा। बाकी स्टेशनों के नाम जल्द ही सामने आ सकते हैं। इसके अलावा, 8 शहरों - दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद और लखनऊ - में पहले से ही 'सेफ सिटी प्रोजेक्ट' के तहत सुरक्षा के उपाय शुरू किए जा चुके हैं।
हाईटेक सिक्योरिटी प्लान में क्या-क्या?
गृह मंत्रालय (MHA) के मुताबिक, इन हाईटेक सिक्योरिटी प्लान में कई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनमें ये शामिल हैं:
➤ फेशियल रिकॉग्निशन कैमरे
➤ ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर
➤ स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग
➤ ड्रोन से निगरानी
➤ सीसीटीवी सर्विलांस
रेलवे स्टेशनों का मौजूदा स्टेटस
IERMS (Integrated Emergency Response Management System) अब तक 499 रेलवे स्टेशनों पर एक्टिव है।
➤ कोंकण रेलवे ने अपने 67 स्टेशनों पर 740 CCTV कैमरे पहले ही लगा दिए हैं।
➤ अब अगले चरण में इन स्टेशनों पर भी AI आधारित फेस रिकॉग्निशन सिस्टम लगाए जाएंगे।
क्राइम रिपोर्ट क्या कहती है?
रिपोर्ट के मुताबिक, सीनियर एडवोकेट महालक्ष्मी पवनी ने कोर्ट को बताया कि महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट लगातार बढ़ रहा है:
➤ 2018 में 58.8 लाख केस दर्ज किए गए थे।
➤ 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 66.4 लाख हो गया है।
➤ 2022 में 23.66 लाख मामले कोर्ट में पेंडिंग थे, लेकिन इनमें से सिर्फ 38,136 मामलों में ही सज़ा हुई।