Edited By Tanuja,Updated: 17 Dec, 2025 07:47 PM

अमेरिका में AI खिलौनों पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। जांच में खुलासा हुआ कि कुछ स्मार्ट टेडी बेयर बच्चों को यौन विषयों, हिंसक वस्तुओं और राजनीतिक विचारधाराओं पर जानकारी दे रहे हैं। सांसदों ने कंपनियों से डेटा सुरक्षा, पैरेंटल कंट्रोल और चीन कनेक्शन...
Washington: अमेरिका में AI से लैस बच्चों के खिलौनों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। रिपब्लिकन सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न और डेमोक्रेट सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल ने छह प्रमुख खिलौना कंपनियों को पत्र भेजकर जवाब मांगा है कि उनके AI टेडी बेयर और स्मार्ट खिलौने बच्चों को यौन विषयों, हिंसक वस्तुओं और राजनीतिक विचारधाराओं के बारे में क्यों बता रहे हैं। NBC News की जांच में सामने आया कि FoloToy का ‘Kumma Bear’, जिसे 3 साल तक के बच्चों के लिए बेचा जा रहा है और जो ChatGPT आधारित AI से चलता है, बच्चों से सेक्स से जुड़े स्पष्ट विषयों पर बातचीत कर रहा था।
बच्चों से आपत्तिजनक बातचीत
इसी तरह Alilo Smart AI Bunny ने भी बच्चों से आपत्तिजनक बातचीत की। एक AI खिलौने ने तो बच्चों को घर में माचिस और चाकू ढूंढने तक के निर्देश दे दिए।जांच में यह भी पाया गया कि कुछ खिलौनों ने माता-पिता को फर्जी रिपोर्ट भेजीं, जिससे बच्चों के असली स्क्रीन टाइम को छिपाया जा सके। US PIRG Education Fund की रिपोर्ट “Trouble in Toyland 2025” में चेतावनी दी गई कि इन AI खिलौनों में या तो बहुत कमजोर या बिल्कुल भी पैरेंटल कंट्रोल नहीं हैं। पकड़े जाने के बाद FoloToy ने अपने उत्पाद वेबसाइट से हटाए, “सुरक्षा ऑडिट” का दावा किया और फिर उन्हें दोबारा लिस्ट कर दिया यह कहते हुए कि अब “मजबूत सुरक्षा उपाय” हैं, जबकि कंपनी ने गलती का ठीकरा “शुरुआती AI मॉडल” पर फोड़ दिया।
चीन एंगल से बढ़ी चिंता
रिपोर्ट के मुताबिक चीन में 1,500 से अधिक AI खिलौना कंपनियां काम कर रही हैं। अमेरिकी संसद की House Select Committee on Chinese Communist Party के वरिष्ठ डेमोक्रेट राजा कृष्णमूर्ति पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि चीन-निर्मित AI खिलौने सुरक्षा और गोपनीयता के लिए बड़ा खतरा हैं। कुछ कंपनियां, जैसे Miko, खुलकर स्वीकार करती हैं कि वे बच्चों का चेहरा, आवाज़ और भावनात्मक डेटा तीन साल तक स्टोर करती हैं। सीनेटर ब्लूमेंथल ने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब खिलौनों की दुनिया में घुस चुका है। यह एक स्पष्ट और मौजूदा खतरा है। बिग टेक पर भरोसा नहीं किया जा सकता।”
सवाल उठ रहा है
यह डेटा कहां जाता है?
कौन इसे एक्सेस करता है?
क्या यह चीनी सर्वरों तक पहुंच रहा है?
सीनेटर ब्लूमेंथल ने कहा “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब खिलौनों की दुनिया में घुस चुका है। यह एक स्पष्ट और मौजूदा खतरा है। बिग टेक पर भरोसा नहीं किया जा सकता।” इसी बीच Mattel (Barbie बनाने वाली कंपनी) और OpenAI के बीच AI खिलौनों को लेकर रणनीतिक साझेदारी ने भी चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि AI खिलौनों का बाजार 2035 तक 25 अरब डॉलर का हो सकता है, लेकिन फिलहाल कोई संघीय नियम नहीं, कोई अनिवार्य टेस्टिंग नहीं, बच्चों के लिए ठोस सुरक्षा उपाय नहीं।