Edited By Shubham Anand,Updated: 13 Nov, 2025 09:32 PM

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) ने हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी है। संघ ने यूनिवर्सिटी को AIU का लोगो और नाम तुरंत हटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने विश्वविद्यालय के...
नेशनल डेस्क : दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में कार्रवाई का दायरा अब शैक्षणिक संस्थानों तक पहुंच गया है। भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी है। AIU ने यूनिवर्सिटी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वह तत्काल प्रभाव से अपने सभी प्लेटफॉर्म से AIU का नाम और लोगो हटाए और भविष्य में इसका उपयोग न करे।
AIU ने बताई सदस्यता रद्द करने की वजह
भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने कहा कि यूनिवर्सिटी अब "अच्छी स्थिति में नहीं है"। संघ ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “AIU के उपनियमों के अनुसार, सभी विश्वविद्यालय तब तक सदस्य बने रहते हैं जब तक वे अच्छी स्थिति में हों। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अल-फलाह यूनिवर्सिटी की स्थिति ठीक नहीं पाई गई है, इसलिए उसकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है।” AIU ने यह भी स्पष्ट किया कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी अब AIU के लोगो या नाम का इस्तेमाल किसी भी आधिकारिक गतिविधि या वेबसाइट पर नहीं कर सकती।
फोरेंसिक ऑडिट और जांच के आदेश
इस बीच, केंद्र सरकार ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के सभी वित्तीय रिकॉर्ड की फोरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि दिल्ली बम धमाके के संदिग्धों का विश्वविद्यालय से क्या संबंध है। सूत्रों के अनुसार, ईडी (ED) और अन्य वित्तीय जांच एजेंसियों को भी संस्थान के फंड ट्रांजैक्शन की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय बैठक के बाद लिया गया, जिसमें 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए विस्फोट की जांच की प्रगति की समीक्षा की गई।