Edited By Radhika,Updated: 05 Dec, 2025 05:03 PM

देशभर में पिछले कई दिनों से जारी इंडिगो एयरलाइन का फ्लाइट संकट शुक्रवार को अपने सबसे बुरे दौर में पहुँच गया। अकेले शुक्रवार को 750 से अधिक उड़ानें प्रभावित रहीं, जिसके कारण दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में हजारों यात्री घंटों...
नेशनल डेस्क: देशभर में पिछले कई दिनों से जारी इंडिगो एयरलाइन का फ्लाइट संकट शुक्रवार को अपने सबसे बुरे दौर में पहुँच गया। अकेले शुक्रवार को 750 से अधिक उड़ानें प्रभावित रहीं, जिसके कारण दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में हजारों यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे। दिल्ली में स्थिति बेहद गंभीर रही, जहाँ इंडिगो की सभी 235 उड़ानें रद्द कर दी गईं।
5-15 दिसंबर तक का मिलेगा फुल रिफंड
यात्रियों के बढ़ते गुस्से और भारी अव्यवस्था के बीच इंडिगो ने ऐलान किया है कि एयरलाइन ने कहा कि 5 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई सभी उड़ानों का पूरा रिफंड यात्रियों को वापस कर दिया जाएगा। इसके लिए यात्रियों को कोई आधिकारिक अनुरोध करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा इंडिगो ने कहा कि इस अवधि में टिकट कैंसिल करने या यात्रा की तारीख बदलने पर भी कोई अतिरिक्त शुल्क (चार्ज) नहीं लिया जाएगा।
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यात्रियों के लिए की इमरजेंसी व्यवस्था
यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए एयरलाइन ने कई इमरजेंसी कदम उठाए हैं:
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देशभर में हजारों होटल कमरों और यातायात की व्यवस्था की गई है।
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हवाईअड्डों पर भोजन और स्नैक्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
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वरिष्ठ नागरिकों को जहाँ संभव हो लाउंज एक्सेस दिया जा रहा है।
ऑन-टाइम परफॉर्मेंस धड़ाम
इंडिगो एयरलाइन लंबे समय से अपनी बेहतरीन ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) के लिए जानी जाती थी, उसे इस संकट से गंभीर झटका लगा है। एयरलाइन की समय पर उड़ान भरने की दर 35 % से 19.7 % और फिर सिर्फ 8.5% पर पहुँच गई है।
पायलटों की कमी और FDTL नियम
इंडिगो ने इस संकट के लिए अचानक बढ़ी पायलटों की कमी, विंटर शेड्यूल, टेक्निकल ग्लिच और एविएशन सिस्टम में भीड़ जैसे कई कारणों को जिम्मेदार ठहराया है। एयरलाइन ने स्पष्ट किया कि मौजूदा FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमों के कारण पायलटों की उपलब्धता कम हो गई, जिससे परिचालन व्यवस्था चरमरा गई। DGCA को सूचित किया है कि 8 दिसंबर तक और उड़ानें रद्द की जाएंगी, जिसके बाद सेवाओं में कुछ कमी के साथ सामान्यीकरण की उम्मीद है। इंडिगो ने अगले 48 घंटों में व्यवस्था सामान्य करने का भरोसा दिया है, लेकिन परिचालन संकट अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।