Edited By Harman Kaur,Updated: 08 Aug, 2025 06:39 PM

अगर आप फ्रेंच फ्राइज खाने के शौकीन हैं, तो अब ज़रा संभल जाइए। एक ताज़ा अध्ययन में दावा किया गया है कि हफ्ते में तीन या उससे अधिक बार फ्रेंच फ्राइज खाने से टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम 20% तक बढ़ सकता है। यह अध्ययन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) में प्रकाशित...
नेशनल डेस्क: अगर आप फ्रेंच फ्राइज खाने के शौकीन हैं, तो अब ज़रा संभल जाइए। एक ताज़ा अध्ययन में दावा किया गया है कि हफ्ते में तीन या उससे अधिक बार फ्रेंच फ्राइज खाने से टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम 20% तक बढ़ सकता है। यह अध्ययन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) में प्रकाशित हुआ है, जो दुनियाभर में मेडिकल रिसर्च के लिए जाना जाता है।
अध्ययन में 30 वर्षों तक 2 लाख से अधिक लोगों की जीवनशैली और खानपान पर नजर रखी गई। इस अवधि में लगभग 22,299 लोगों में टाइप-2 डायबिटीज विकसित हो गई। विश्लेषण से पता चला कि फ्रेंच फ्राइज का बार-बार सेवन करने वालों में यह खतरा अधिक था।
रिसर्च में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उबले, मैश किए हुए या भुने हुए आलू से कोई नुकसान नहीं होता। यानी आलू स्वयं खतरनाक नहीं हैं, बल्कि जब इन्हें डीप फ्राय किया जाता है, तब यह ट्रांस फैट, अधिक तेल और नमक के कारण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वाल्टर विलेट ने बताया कि भोजन में छोटे बदलाव लाकर हम बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, फ्रेंच फ्राइज की जगह साबुत अनाज या उबले आलू को अपनाकर डायबिटीज से बचाव किया जा सकता है।
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि स्वाद के चक्कर में सेहत को खतरे में न डालें। हेल्दी विकल्पों को चुनकर आप लंबी और बेहतर जिंदगी जी सकते हैं।