Edited By Parveen Kumar,Updated: 17 Jul, 2025 06:59 PM

जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाके में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण फंसे अमरनाथ यात्रियों को भारतीय सेना ने सुरक्षित निकालने में बड़ी सफलता हासिल की है। सेना ने समय रहते राहत और बचाव कार्य कर तीर्थयात्रियों की जान बचाई है।
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाके में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण फंसे अमरनाथ यात्रियों को भारतीय सेना ने सुरक्षित निकालने में बड़ी सफलता हासिल की है। सेना ने समय रहते राहत और बचाव कार्य कर तीर्थयात्रियों की जान बचाई है।
गुरुवार (16 जुलाई) की शाम रायलपथरी और ब्ररीमर्ग के बीच ज़ेड मोड़ इलाके में लगातार बारिश के चलते भूस्खलन हो गया, जिससे यात्रा ठप हो गई और कई यात्री फंस गए। ब्ररीमर्ग में तैनात सेना की टुकड़ी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लगभग 500 यात्रियों को तंबुओं में ठहराया और उन्हें चाय व पीने का पानी उपलब्ध कराया। इसके अलावा, करीब 3000 अन्य तीर्थयात्रियों ने ब्ररीमर्ग और ज़ेड मोड़ के बीच बने लंगरों में आश्रय लिया, जहां उन्हें भोजन और जरूरी सुविधाएं दी गईं।
एक गंभीर घायल यात्री को सेना ने चुनौतीपूर्ण स्थिति में मैनुअल स्ट्रेचर के जरिए रायलपथरी तक पहुंचाया। वहां से उसे अस्पताल के लिए एम्बुलेंस द्वारा रवाना किया गया। ब्ररीमर्ग स्थित शिविर निदेशक और सेना के कंपनी कमांडर भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और उन्होंने हालात को नियंत्रण में बताया है। क्षेत्र में सभी यात्रियों की सुरक्षा और देखभाल के लिए सेना लगातार प्रयास कर रही है।
रेलपथरी और ब्ररीमर्ग दोनों इलाकों में हल्की बारिश जारी है, इसलिए सेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। यह राहत कार्य 2025 की अमरनाथ यात्रा के दौरान भारतीय सेना की प्रतिबद्धता और समर्पण का उदाहरण है, जो हर परिस्थिति में तीर्थयात्रियों के साथ खड़ी रहती है।