Edited By Mansa Devi,Updated: 17 Dec, 2025 01:07 PM

किडनी हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है, जो खून को साफ करने और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो इसका असर सिर्फ एक अंग तक सीमित नहीं रहता बल्कि पूरा शरीर प्रभावित होने लगता है।
नेशनल डेस्क: किडनी हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है, जो खून को साफ करने और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो इसका असर सिर्फ एक अंग तक सीमित नहीं रहता बल्कि पूरा शरीर प्रभावित होने लगता है। किडनी की खराबी के शुरुआती संकेत अक्सर हाथ-पैरों में दिखाई देते हैं, जिन्हें लोग मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यही लक्षण आगे चलकर गंभीर बीमारी का रूप ले सकते हैं।
हाथ-पैरों में सूजन होना
किडनी खराब होने पर शरीर से अतिरिक्त पानी और विषैले पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते। इसका नतीजा यह होता है कि हाथों, पैरों, टखनों और आंखों के आसपास सूजन आने लगती है। यह सूजन धीरे-धीरे बढ़ सकती है और किडनी की गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है, जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
पैरों में लगातार खुजली
जब किडनी खून को सही तरीके से फिल्टर नहीं कर पाती, तो शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं। इसका असर त्वचा पर दिखता है और खासतौर पर पैरों में लगातार खुजली होने लगती है। बिना किसी एलर्जी या त्वचा रोग के खुजली होना किडनी डैमेज की ओर इशारा कर सकता है।
हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन
किडनी खराब होने की स्थिति में खून में अपशिष्ट पदार्थ बढ़ जाते हैं, जिससे नसों को नुकसान पहुंच सकता है। इसका असर हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नपन या कमजोरी के रूप में महसूस होता है। कई बार लोग इसे थकान समझकर टाल देते हैं, जो आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकता है।
मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द
किडनी शरीर में कैल्शियम और पोटैशियम जैसे जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखती है। जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो पैरों में बार-बार ऐंठन और दर्द होने लगता है। लगातार मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन किडनी की बीमारी का अहम संकेत हो सकता है।
समय पर जांच है बेहद जरूरी
हाथ-पैरों में सूजन, खुजली, झुनझुनी, ऐंठन और असामान्य थकान जैसे लक्षण किडनी खराब होने के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में इन्हें नजरअंदाज करने के बजाय तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। समय पर जांच, सही डाइट और बेहतर लाइफस्टाइल अपनाकर किडनी को गंभीर नुकसान से बचाया जा सकता है।