Edited By Pardeep,Updated: 21 Nov, 2025 12:57 AM

गुजरात के खेड़ा जिले में ‘बीएलओ' के रूप में कार्यरत एक स्कूल शिक्षक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। शिक्षक के परिवार ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से जुड़े "अत्यधिक कार्य के दबाव" को उनकी मृत्यु का कारण बताया। उनके भाई नरेंद्र...
नेशनल डेस्कः गुजरात के खेड़ा जिले में ‘बीएलओ' के रूप में कार्यरत एक स्कूल शिक्षक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। शिक्षक के परिवार ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से जुड़े "अत्यधिक कार्य के दबाव" को उनकी मृत्यु का कारण बताया। उनके भाई नरेंद्र परमार ने संवाददाताओं को बताया कि जिले के कपड़वंज तालुका के जम्बूडी गांव निवासी रमेशभाई परमार (50) की बुधवार देर रात अपने घर में सोते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि कपड़वंज के नवापुरा गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षक रमेशभाई परमार को हाल ही में बीएलओ की ड्यूटी दी गई थी। उनके अनुसार, "बीएलओ के रूप में अपना काम खत्म करने के बाद, वह बुधवार शाम लगभग साढ़े सात बजे घर लौटे और फिर से कागजी काम करने लगे। चूंकि उनके यहां मोबाइल नेटवर्क की समस्या थी, इसलिए वह अपना काम खत्म करने के लिए मेरे घर आए। उन्होंने रात साढ़े 11 बजे तक काम किया और अपने घर लौट गए।"
मृतक के भाई ने बताया, "रात का खाना खाने के बाद वह सो गए। लेकिन जब सुबह वह नहीं उठे, तो हम उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हमारा मानना है कि काम के अत्यधिक दबाव के कारण उन्हें दिल का दौरा पड़ा।"
परमार की बेटी शिल्पा ने भी यही बात दोहराई और आरोप लगाया कि उनके पिता अत्यधिक काम के कारण "दबाव में" थे। जिलाधिकारी अमित प्रकाश यादव और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी परेश वाघेला से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन वे टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।