Edited By Pardeep,Updated: 04 Aug, 2025 11:33 PM

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को बंद करने की अनुमति दे दी है। कोर्ट ने सीबीआई (CBI) द्वारा दाखिल की गई क्लोज़र रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है, जिसमें कहा...
नेशनल डेस्कः दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को बंद करने की अनुमति दे दी है। कोर्ट ने सीबीआई (CBI) द्वारा दाखिल की गई क्लोज़र रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है, जिसमें कहा गया है कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला।
इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर झूठे आरोप और राजनीतिक साजिश का गंभीर आरोप लगाया है। आप नेता अनुराग ढांडा ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा लगातार आप नेताओं के खिलाफ साजिश रचती रही है और अपनी एजेंसियों का खुला दुरुपयोग करती है। आज ये पूरी तरह से साबित हो गया है।
उन्होंने कहा कि साल 2019 में आप नेता सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक झूठा मुकदमा गढ़कर दर्ज करवाया गया था, जिसे पिछले छह वर्ष तक चलाकर सियासी लाभ उठाने की कोशिश की गई। उन्होंने दावा किया कि उस मामले में भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, पैसे कमाने और पद का दुरुपयोग किए जाने जैसे आरोप लगाए गए थे, लेकिन अब जब सीबीआई ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है तो उसमें साफ-साफ लिखा है कि सत्ता के दुरुपयोग का कोई सबूत नहीं है। इस पूरी भर्ती में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, इसलिए इस केस को बंद कर देना चाहिए।
सीबीआई का दुरुपयोग किया गया- अनुराग ढांडा
ढांडा ने कहा, छह साल तक भाजपा ने सत्येंद्र जैन और आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठे मामले चलाए। इसका मतलब ये है कि सीबीआई का दुरुपयोग करके और झूठी कहानियां और झूठे केस दर्ज करके आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करना भाजपा की सोची-समझी साजिश है उन्होंने चेतावनी दी कि आम आदमी पार्टी भाजपा की इन साज़िशों का लोकतांत्रिक तरीके से मुकाबला करती रहेगी और सच को देश के सामने लाती रहेगी।
क्या था मामला?
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साल 2019 में CBI ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था।
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आरोप थे कि उन्होंने सरकारी भर्ती में घोटाला, पद का दुरुपयोग और पैसे लेकर लोगों को नौकरी दी।
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यह केस करीब 6 साल तक चला, जिससे आप नेताओं की छवि को लगातार नुकसान पहुंचाया गया।
अब क्या हुआ?