Edited By Radhika,Updated: 12 Dec, 2025 01:23 PM

UP BJP अध्यक्ष को लेकर काफी लंबे समय से चर्चाएं चल रही थीं। अब ये इंतजार खत्म होने वाला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने ऐलान किया है कि 13 दिसंबर को लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया पूरी...
नेशनल डेस्क : UP BJP अध्यक्ष को लेकर काफी लंबे समय से चर्चाएं चल रही थीं। अब ये इंतजार खत्म होने वाला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने ऐलान किया है कि 13 दिसंबर को लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया पूरी होगी और इसके अगले दिन 14 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल नए अध्यक्ष के नाम का आधिकारिक ऐलान करेंगे। यह चुनाव इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसके ज़रिए पार्टी 2027 के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले संगठन के लिए एक नई रणनीति और मजबूत नेतृत्व तय करना चाहती है।
जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर विशेष ध्यान
सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में OBC और ब्राह्मण समुदाय के कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। ओबीसी वर्ग से केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल लोधी और केंद्रीय राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा जैसे प्रमुख नाम चर्चा में हैं। वहीं ब्राह्मण समाज से पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी और यूपी बीजेपी महामंत्री गोविंद शुक्ला संभावित उम्मीदवारों की सूची में माने जा रहे हैं। पार्टी के भीतर यह माना जा रहा है कि जातीय संतुलन और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ही ऐसे चेहरे को चुना जाएगा, जो आगामी चुनावों में बीजेपी के लिए एक बड़ी ताकत बन सके।
नामांकन प्रक्रिया में सीएम और डिप्टी सीएम की संभावित उपस्थिति
चुनाव प्रक्रिया के तहत 13 दिसंबर को दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इस दौरान केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े लखनऊ में मौजूद रहेंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि नामांकन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप-मुख्यमंत्रियों के भी प्रस्तावक के रूप में मौजूद रहने की संभावना है। पार्टी ने सभी सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को लखनऊ में एकत्रित होने के लिए कहा है, जहाँ प्रांतीय परिषद के लगभग 400 सदस्य मतदान कर नए अध्यक्ष का चयन करेंगे। अंदरूनी चर्चा यह भी है कि पिछड़े या दलित वर्ग से किसी बड़े चेहरे को भी प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है।
भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद की स्थिति
मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से ही अध्यक्ष पद को लेकर करीब एक साल से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी और कई दावेदार इस महत्वपूर्ण कुर्सी की दौड़ में लगातार बने हुए थे। पहले भी साध्वी निरंजन ज्योति, स्वतंत्र देव सिंह, दिनेश शर्मा और रमाशंकर कठेरिया जैसे नेताओं के नाम सुर्खियों में आए थे। हाल ही में साध्वी निरंजन ज्योति की गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद अटकलें और तेज हो गई थीं। अब 14 दिसंबर को नए अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी और यह साफ हो जाएगा कि पार्टी ने आगामी चुनावों के समीकरण, संगठनात्मक मजबूती और जातीय संतुलन में से किसे प्राथमिकता दी है।