Edited By Rahul Rana,Updated: 29 Nov, 2024 08:39 AM
बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव ने चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का रूप ले लिया है। यह तूफान इस समय श्रीलंका में कहर बरपा रहा है। बीते दिन जब 'फेंगल' तूफान श्रीलंका के समुद्र तट से टकराया तो वहां तेज हवाओं और भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई। बारिश के कारण...
नेशनल डेस्क। बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव ने चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का रूप ले लिया है। यह तूफान इस समय श्रीलंका में कहर बरपा रहा है। बीते दिन जब 'फेंगल' तूफान श्रीलंका के समुद्र तट से टकराया तो वहां तेज हवाओं और भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई। बारिश के कारण श्रीलंका के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आ गई। इस तूफान के कारण अब तक 6 बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 3.35 लाख लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित हो गए हैं।
भारत में 'फेंगल' तूफान का असर
अब यह तूफान भारत की ओर बढ़ने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ घंटों में तमिलनाडु के तटीय और डेल्टा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। तूफान 'फेंगल' तमिलनाडु के तटों की ओर बढ़ रहा है और इसके असर से राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
तूफान की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार तूफान 'फेंगल' 30 नवंबर की सुबह पुडुचेरी के पास कराईकल और तमिलनाडु के चेंगलपट्टू में महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकरा सकता है। इस दौरान समुद्र में 55-65 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं जो बाद में 75 किलोमीटर प्रति घंटा तक तेज हो सकती हैं।
फेंगल तूफान 29 नवंबर को तमिलनाडु के तटों से टकराने के बाद 30 नवंबर की सुबह कराईकल और महाबलीपुरम के बीच तटों को पार करेगा। इस दौरान हवा की गति 50-60 किलोमीटर से बढ़कर 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
फेंगल तूफान की वर्तमान स्थिति
तूफान 28 नवंबर 2024 को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में अक्षांश 9.1°N और देशांतर 82.1°E के पास स्थित था। यह त्रिंकोमाली से 110 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में नागपट्टिनम से 310 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में पुडुचेरी से 410 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और चेन्नई से 480 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में था। देर रात यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और आगे बढ़ता जा रहा है।
इन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि तूफान 'फेंगल' के कारण 29 नवंबर से लेकर 2 दिसंबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों के विभिन्न जिलों जैसे यनम, माहे, कराईकल, रायलसीमा, अरियालुर, तिरुवरूर, नागपट्टिनम, तंजावुर, पुदुक्कोट्टई, विल्लुपुरम, पुडुचेरी, शिवगंगा, चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, रानीपेट और तिरुवन्नामलाई में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मछुआरों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने मछुआरों को भी चेतावनी दी है कि वे 30 नवंबर की शाम तक समुद्र में न जाएं। विशेष रूप से बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी, तमिलनाडु-पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश और पूर्वी श्रीलंका के तटीय इलाकों से दूर रहें।
बता दें कि इस तूफान की वजह से आने वाले दिनों में भारत में भारी बारिश और आंधी-तूफान की स्थिति पैदा हो सकती है, इसलिए लोगों को अलर्ट रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।