बुखार, खांसी के साथ बलगम, सांस लेने में दिक्कत और..., कहीं ये खतरनाक वायरस के चपेट में नहीं हैं आप? जानें बचाव

Edited By Updated: 11 Mar, 2025 07:30 PM

dangerous hanta virus can be present in your house

दुनियाभर में तेजी से फैल रहे हंता वायरस को लेकर वैज्ञानिक और डॉक्टर चिंतित हैं। यह वायरस मुख्य रूप से चूहों और रोडेंट्स के संपर्क में आने से फैलता है और इसका संक्रमण बेहद घातक साबित हो सकता है। हाल ही में ऑस्कर विजेता ऐक्टर जीन हैकमेन, उनकी पत्नी और...

नेशनल डेस्क: दुनियाभर में तेजी से फैल रहे हंता वायरस को लेकर वैज्ञानिक और डॉक्टर चिंतित हैं। यह वायरस मुख्य रूप से चूहों और रोडेंट्स के संपर्क में आने से फैलता है और इसका संक्रमण बेहद घातक साबित हो सकता है। हाल ही में ऑस्कर विजेता ऐक्टर जीन हैकमेन, उनकी पत्नी और बेटी की मौत का कारण भी यही वायरस बना। आइए जानते हैं कि यह वायरस कितना खतरनाक है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए किन उपायों को अपनाना जरूरी है।

कैसे फैलता है हंता वायरस?

हंता वायरस चूहों और अन्य रोडेंट्स के मल, मूत्र और लार के संपर्क में आने से इंसानों में फैलता है। अगर कोई व्यक्ति इन दूषित सतहों को छूने के बाद अपने मुंह, नाक या आंखों को छूता है, तो वह संक्रमित हो सकता है। इसके अलावा, यह वायरस हवा के माध्यम से भी फैल सकता है, जब संक्रमित चूहों के मल-मूत्र से वायरस युक्त कण हवा में फैलते हैं।

हंता वायरस के शुरुआती लक्षण

इस वायरस का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि इसके लक्षण शुरुआत में साधारण फ्लू की तरह लगते हैं, लेकिन कुछ समय बाद यह गंभीर हो सकता है।

संक्रमण बढ़ने पर होने वाले गंभीर लक्षण

अगर संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है, तो यह फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इस स्थिति को 'हंतावायरस पल्मोनरी सिंड्रोम' (HPS) कहा जाता है। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:

  • खांसी और बलगम

  • सांस लेने में कठिनाई

  • छाती में जकड़न और दर्द

  • फेफड़ों में तरल भरना

कितने दिनों बाद दिखते हैं लक्षण?

हंता वायरस के लक्षण संक्रमण के 1 से 8 सप्ताह बाद दिखाई दे सकते हैं। यह देरी संक्रमण को पहचानने और इलाज करने में मुश्किल खड़ी कर सकती है। यदि समय पर सही उपचार न मिले, तो यह वायरस जानलेवा साबित हो सकता है।

हंता वायरस से बचाव के उपाय

  1. घर को चूहों से मुक्त रखें: अपने घर को साफ-सुथरा रखें और चूहों को घुसने से रोकने के लिए सभी दरारों और छिद्रों को बंद करें।

  2. सफाई के दौरान सावधानी बरतें: चूहों के मल-मूत्र या दूषित सतह को सीधे न छुएं। सफाई करने से पहले मास्क और दस्ताने पहनें।

  3. ब्लीच का इस्तेमाल करें: चूहे के मल या मूत्र को साफ करने के लिए झाड़ू या वैक्यूम का इस्तेमाल न करें, बल्कि ब्लीच और पानी के घोल से साफ करें।

  4. खुले खाने-पीने की चीजों को ढककर रखें: खाने-पीने की चीजों को हमेशा ढक्कन लगाकर रखें ताकि चूहे उन तक न पहुंच सकें।

  5. चूहों को घर में घुसने से रोकें: घर में किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री को खुला न छोड़ें और कूड़ेदान को हमेशा ढक्कन से ढककर रखें।

क्या हंता वायरस का कोई इलाज है?

अभी तक इस वायरस का कोई खास इलाज या वैक्सीन नहीं है। हालांकि, अगर शुरुआती लक्षणों को पहचानकर समय पर इलाज किया जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार या छाती में जकड़न महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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