Edited By Radhika,Updated: 25 Sep, 2025 01:48 PM

दक्षिण दिल्ली के एक शिक्षण संस्थान से जुड़े स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं के यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच के दौरान बाबा की कई चौंकाने वाली करतूतों का...
नेशनल डेस्क: दक्षिण दिल्ली के एक शिक्षण संस्थान से जुड़े स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं के यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच के दौरान बाबा की कई चौंकाने वाली करतूतों का खुलासा हुआ है।
FIR में हुआ बड़ा खुलासा
एफआईआर के अनुसार स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर आरोप है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर (EWS) छात्राओं को देर रात अपने निजी क्वार्टर में बुलाता था। इसके साथ ही उसने सुरक्षा के नाम पर गर्ल्स हॉस्टल में गुप्त कैमरे लगवा रखे थे। कुछ छात्राओं को उनकी इच्छा के खिलाफ नाम बदलने और विदेश यात्राओं पर जाने के लिए भी मजबूर किया जाता था।
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स्टाफ सदस्यों पर भी मिलीभगत का आरोप
शिकायत में कहा गया है कि कुछ स्टाफ सदस्य, जिनमें सहयोगी डीन भी शामिल हैं, इन घिनौने कामों में बाबा का साथ देते थे। ये लोग छात्राओं पर स्वामी के यौन आग्रहों को मानने का दबाव डालते थे। जो छात्राएं इसका विरोध करती थीं, उन्हें डराया-धमकाया जाता था। उन्हें सस्पेंड करने और कॉलेज से निकालने की धमकियां दी जाती थीं। इतना ही नहीं छात्राओं के माता-पिता को भी इस मामले में दखल देने से रोका जाता था।
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डिग्री रोकने और जान का खतरा
FIR में यह भी बताया गया है कि छात्राओं को वॉट्सऐप और SMS के जरिए अश्लील संदेश भेजे जाते थे। अगर कोई छात्रा इन संदेशों या यौन आग्रहों का विरोध करती थी, तो उसे डिग्री रोकने और दस्तावेज न देने की धमकी दी जाती थी। इस वजह से छात्राएं काफी डरी हुई हैं और व्यक्तिगत रूप से सामने आने से बच रही हैं। उन्हें अपनी जान का भी खतरा महसूस हो रहा है। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सभी आरोपों की पुष्टि करने में जुटी है। इस घटना ने एक बार फिर शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा और नैतिक मूल्यों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।