Edited By vasudha,Updated: 20 Mar, 2021 01:38 PM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपना सरकार्यवाह (महासचिव) की घोषणा कर दी है । बेंगलुरु में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की बैठक में भैयाजी जोशी की जगह दत्तात्रेय होसबोले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सरकार्यवाह चुना गया है। जोशी इस पद पर...
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपना सरकार्यवाह (महासचिव) की घोषणा कर दी है । बेंगलुरु में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की बैठक में भैयाजी जोशी की जगह दत्तात्रेय होसबोले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सरकार्यवाह चुना गया है। जोशी इस पद पर लगातार चार कार्यकाल से जिम्मेदारी संभाल रहे थे। यानी कि संघ में 12 साल बाद बड़ा परिवर्तन हुआ है।
कर्नाटक के रहने वाले हैं दत्तात्रेय
दरअसल भैयाजी जोशी काफी समय से अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर यात्रा करने में असमर्थ हैं, ऐसे में अटकलें लगाई जा रही थी कि चुनाव में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले को चुना जा सकता है। 66 वर्षीय दत्तात्रेय कर्नाटक के शिमोगा जिले से हैं वह एक पसंदीदा नेता के रूप में उभरे हैं। RSS में सरसंघचालक का पद सबसे बड़ा होता है, लेकिन यह एक तरह से मार्गदर्शक का पद होता है। संगठन के रोजमर्रा के कामों की जिम्मेदारी सरकार्यवाह की होती है। यह पद महासचिव के बराबर का होता है। संगठन में सरसंघचालक का निर्णय ही अंतिम माना जाता है।
बैठक में 450 प्रतिनिधि हुए थे शामिल
आम तौर पर अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में आर.एस.एस. के सभी फ्रंटल संगठनों के 1200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इस दौरान प्रतिनिधि सभा देश में व्याप्त सभी स्थितियों की समीक्षा करने के साथ आर.एस.एस. और उसके फ्रंटल संगठनों के प्रदर्शन की समीक्षा करती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह-सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को कहा था कि संघ को जानने में समाज की उत्सुकता बढ़ी है। वैद्य ने कहा कि कहा कि संघ से जुड़ना चाह रहे लोगों की संख्या बढ़ रही है। बैठक की शुरूआत होने के अवसर पर आरएसएस सर संघचालक मोहन भागवत और इसके मौजूदा सर कार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी भी उपस्थित थे। बैठक में करीब 450 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।