Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Dec, 2025 09:51 AM

भारतीय रुपये से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है जिसमें पड़ोसी नेपाल भारत की मुद्रा के इस्तेमाल को लेकर नियमों में बड़ा बदलाव करने वाला है। इस बदलाव का असर खासकर भारतीय पर्यटकों, प्रवासी कामगारों और दोनों देशों के बीच व्यापार पर पड़ेगा। नेपाल अब 100...
नेशनल डेस्क: भारतीय रुपये से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है जिसमें पड़ोसी नेपाल भारत की मुद्रा के इस्तेमाल को लेकर नियमों में बड़ा बदलाव करने वाला है। इस बदलाव का असर खासकर भारतीय पर्यटकों, प्रवासी कामगारों और दोनों देशों के बीच व्यापार पर पड़ेगा। नेपाल अब 100 रुपए से अधिक मूल्य के भारतीय नोटों को आधिकारिक रूप से स्वीकार करने की तैयारी कर रहा है। यह फैसला उस प्रतिबंध के लगभग एक दशक बाद लिया गया है, जिसे 2016 में भारतीय नोटबंदी के बाद लागू किया गया था।
सीमा पार लेनदेन और रेमिटेंस को मिलेगी राहत
इस नए कदम से दोनों देशों के बीच यात्रा, व्यापार और रेमिटेंस प्रक्रिया में बड़ी आसानी आने की उम्मीद है। नेपाली प्रवासी मजदूर, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अब नकदी ले जाने में पुराने नियमों की तरह परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव से नेपाल के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को भी सीधा लाभ होगा, खासकर सीमा क्षेत्रों, कसिनो और तीर्थ स्थलों पर।
नए नियमों का सर्कुलर जल्द
नेपाल राष्ट्र बैंक इस फैसले को लागू करने के अंतिम चरण में है। बैंक के प्रवक्ता Guru Prasad Poudel ने बताया कि नेपाल गजट में आधिकारिक नोटिस प्रकाशित करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बाद बैंकों और वित्तीय संस्थानों को नए नियमों के सर्कुलर जारी किए जाएंगे। हालांकि अभी आधिकारिक तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन पूरी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
RBI के संशोधन के बाद उठाया कदम
नेपाल का यह निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में विदेशी मुद्रा प्रबंधन और आयात-निर्यात नियमों में किए गए संशोधन के बाद आया है। नए नियमों के अनुसार अब लोग 100 रुपये तक के भारतीय नोट किसी भी मात्रा में भारत और नेपाल के बीच ले जा सकते हैं। वहीं, 100 रुपये से अधिक मूल्य वाले नोट कुल 25,000 रुपये तक दोनों दिशाओं में ले जाने की अनुमति होगी।
नेपाल ने नोटबंदी के बाद लागू की थी सख्ती
बता दें कि साल 2016 में भारत की नोटबंदी के बाद नेपाल ने उच्च मूल्य वाले भारतीय नोटों पर कड़ी पाबंदी लगा दी थी। नकली नोटों और सुरक्षा जोखिमों की वजह से यह कदम उठाया गया था। इसके चलते यात्रियों को छोटे नोटों पर निर्भर रहना पड़ता था और कई बार अनजाने में नियम उल्लंघन के कारण जुर्माना या हिरासत का सामना करना पड़ा। नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि यह बदलाव लंबे समय से उनकी मांग थी और भारत ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में नेपाली नागरिक काम और अन्य कारणों से भारत आते-जाते हैं, और पुराने करेंसी नियम उनके लिए परेशानी का कारण बने हुए थे। अब इस बदलाव से दोनों देशों के बीच आर्थिक गतिविधियों में सहजता आएगी और व्यापारिक व पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।