Edited By Yaspal,Updated: 27 Apr, 2022 06:27 PM

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बीएसएफ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ममता ने कूचबिहार जेलि के पुलिस अधीक्षक (SP) को निर्देश देते हुए कहा कि आप बीएसएफ को बॉर्डर से 50 किमी के अंदर प्रवेश नहीं करने दें। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के...
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बीएसएफ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ममता ने कूचबिहार जेलि के पुलिस अधीक्षक (SP) को निर्देश देते हुए कहा कि आप बीएसएफ को बॉर्डर से 50 किमी के अंदर प्रवेश नहीं करने दें। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान गांवों में प्रवेश कर रहे हैं और लोगों को मार रहे हैं और शव बांग्लादेश में, दूसरी तरफ फेंक रहे हैं। बीएसएफ को ये सब करने की अनुमति नहीं दी जाए।
ममता ने कहा कि देखा जा रहा है कि पशु तस्कर के नाम पर गोली मार दी जाती है और उन्हें राज्य के दूसरे इलाके में फेंक दिया जाता है। मैंने रेल मंत्रालय में रहने के दौरान ऐसे कई मामले देखे हैं। किस तरह शवों को गायब कर दिया जाता है। बता दें कि बॉर्डर पर बीएसएफ का दायरा 50 किमी तक बढ़ाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश का ममता बनर्जी ने काफी विरोध किया था।
बीएसएफ को कार्रवाई से रोका जाए: ममता
इससे पहले भी ममता बनर्जी बीएसएफ के खिलाफ बयान देती रही हैं। बीते दिनों ममता ने प्रशासनिक अफसरों की बैठक में कहा था कि बीएसएफ की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। पुलिस को ये भी निर्देश दिए थे कि बीएसएफ को उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्रवाई करने की अनुमति नहीं जाए। क्योंकि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। यदि बॉर्डर पर अवैध गतिविधियों में लिप्त किसी अपराधी, तस्कर या आतंकी को बीएसएफ गिरफ्तार करती है और उसके कुछ साथी अधिकार क्षेत्र से बाहर मौजूद हैं तो क्या उन्हें कार्रवाई से रोका जाएगा?
अधिकार बढ़ाने पर विधानसभा में प्रस्ताव
नवंबर 2021 में ममता ने बीएसएफ का क्षेत्राधिकार बढ़ाने के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया था। ममता लगातार बॉर्डर के भीतर 50 किमी तक के क्षेत्र में बीएसएफ को गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती का विरोध कर रही हैं।